2019 लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज से प्रचार शुरू कर रही हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका ने अपने इस अभियान का आगाज करने के लिए प्रयागराज को चुना है, जो उनकी दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्मस्थान रहा है.
रविवार को प्रयागराज पहुंचीं प्रियंका गांधी ने स्वराज भवन (आनंद भवन) की एक तस्वीर जारी करते हुए पुरानी यादों का जिक्र किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि स्वराज भवन के आंगन में बैठे हुए वह कमरा दिख रहा है जहां मेरी दादी का जन्म हुआ.
स्वराज भवन के आँगन में बैठे हुए वह कमरा दिख रहा है जहाँ मेरी दादी का जन्म हुआ। रात को सुलाते हुए दादी मुझे जोन ऑफ आर्क की कहानी सुनाया करती थीं। आज भी उनके शब्द दिल में गूँजते हैं। कहती थीं- निडर बनो और सब अच्छा होगा। pic.twitter.com/q8Ecdb2RsL
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 17, 2019
दादी कहती थीं निडर बनो
देर रात किए गए इस ट्वीट में उन्होंने यह भी लिखा है कि रात को सुलाते हुए दादी मुझे जॉन ऑफ आर्क की कहानी सुनाया करती थीं. आज भी उनके शब्द दिल में गूंजते हैं. प्रियंका ने बताया कि वो कहती थीं, निडर बनो और सब अच्छा होगा.
प्रियंका गांधी ने जिस स्वराज भवन (आनंद भवन) की यादें साझा की हैं, उसका अपना गौरवपूर्ण इतिहास रहा है. पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू के पिता पंडित मोतीलाल नेहरू ने 1899 में आनंद भवन खरीदा था. जवाहर लाल नेहरू का बचपन इसी आनंद भवन में बीता. साल 1930 में मोतीलाल नेहरू ने यह भवन देश को समर्पित कर दिया. साथ ही उन्होंने इसका नाम बदलकर स्वराज भवन किया.
इंदिरा का जन्म और विवाह आनंद भवन में हुआ
साल 1917 में इंदिरा गांधी का जन्म इसी आनंद भवन में हुआ. साथ ही 1942 में उनका विवाह भी यहीं हुआ. साल 1969 में इंदिरा गांधी ने आनंद भवन को जवाहर लाल नेहरू स्मारक निधि को दान कर दिया.
बता दें कि आजादी से पहले आनंद भवन का इस्तेमाल कांग्रेस हेडक्वार्टर के रूप में किया जाता था. यहीं से देश की दशा और दिशा तय होती थी.