लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. गुरुवार को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम में कांग्रेस का अल्पसंख्यक मोर्चा सम्मेलन हुआ. अल्पसंख्यक मोर्चा के सम्मेलन में पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा कि आज नरेंद्र मोदी के चेहरे में घबराहट देखने को मिलती है, उनके चेहरे में डर देखने को मिलता है.
उन्होंने कहा कि मोदी जी की पता लग गया है कि हिंदुस्तान को बांटने से, नफरत फैलाने से राज नहीं किया जा सकता है. प्रधानमंत्री सिर्फ देश को जोड़ने का काम करेगा, अगर ऐसा नहीं होगा तो प्रधानमंत्री हटा दिया जाएगा. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पहले कहा जाता था कि मोदी की छाती 56 इंच की है और वह 15 साल तक राज करेंगे. लेकिन आज मोदी की प्रतिष्ठा की धज्जियां उड़ा दी हैं.
राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सच्चाई कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने देश के सामने रखी है. 2019 में कांग्रेस पार्टी नरेंद्र मोदी, बीजेपी और संघ को हराकर रहेगी. राहुल ने इस दौरान चौकीदार चोर है के नारे भी लगवाए. उन्होंने कहा कि देश के चौकीदार आज मुझसे गुस्सा हैं, वो कहते हैं कि आपने हमें बदनाम कर दिया. राहुल ने कहा कि हम सिर्फ एक चौकीदार की बात करते हैं जो चोर है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लड़ाई दो विचारधारा के बीच में है, एक विचारधारा कहती है कि ये देश सबका है और दूसरी कहती है कि ये देश सिर्फ एक समुदाय का है. उन्होंने कहा कि देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना आजाद थे, स्पेस प्रोग्राम की नींव विक्रम साराभाई ने रखी थी जो जैन समुदाय से थे. उन्होंने कहा कि अगर आर्थिक ग्रोथ की बात करें तो मनमोहन सिंह की बात करनी ही पड़ेगी. राहुल बोले कि अमित शाह कहते हैं कि ये देश सोने की चिड़िया है यानी उनके लिए देश एक प्रोडक्ट है. इस सोने का फायदा देश के कुछ लोगों को मिलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि संघ के लोगों ने चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट समेत सभी संस्थानों में अपने लोग घुसा दिए हैं और इनका लक्ष्य इन्हें खत्म करने का है, वो देश को नागपुर से चलाना चाहते हैं. इस दौरान राहुल ने संघ प्रमुख मोहन भागवत पर तंज भी कसा, राहुल ने भाषण के दौरान जनता से पूछा... क्या नाम है उनके बॉस का.. मोहन भागवत. राहुल बोले कि मोहन भागवत पूरे देश को पीछे से चलाना चाहते हैं. नरेंद्र मोदी चेहरा, ये रिमोट कंट्रोल से देश को चलाना चाहते हैं.
राहुल ने कहा कि मोदी सरकार के राज में सुप्रीम कोर्ट के जज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहते हैं कि उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है. ये सोचते हैं कि देश नीचे है और ये ऊपर, लेकिन तीन महीने में ही देश इन्हें सच बता देगा. कांग्रेस अध्यक्ष बोले कि मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने बताया कि वहां बीजेपी के राज में एक मंत्रालय बनाकर 800 करोड़ रुपये संघ के लोगों को दिए गए. उन्होंने कहा कि देश के अधिकारियों को याद रखना चाहिए कि वह देश के लिए काम कर रहे हैं, ना कि संघ के लिए.
पहले की गडकरी की तारीफ, फिर कसा तंज
राहुल ने इस दौरान नितिन गडकरी की तारीफ की और कहा कि उन्होंने अच्छा भाषण दिया और कहा कि वह सबका काम किया. लेकिन इसके तुरंत बाद राहुल ने कहा कि गडकरी जी की छवि भी इतनी अच्छी नहीं है. आज बीजेपी के मंत्री भी कह रहे हैं कि उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है. राहुल ने कहा कि 2019 के चुनाव में हम बैकफुट पर नहीं फ्रंटफुट पर खेलेंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष बोले कि आज नरेंद्र मोदी खुलकर बोल भी नहीं सकते हैं. चीन ने डोकलाम में नरेंद्र मोदी को टेस्ट किया, जिसके बाद चीन जाकर पीएम मोदी बिना किसी एजेंडा के बात करते हैं. चीन को भी पता लग गया कि नरेंद्र मोदी की छाती 56 इंच क्या, 4 इंच भी नहीं है. चीन के सामने इन्होंने हाथ जोड़े हैं. उन्होंने कहा कि मैं मोदी से पांच साल से लड़ रहा हूं, उन्हें जान गया हूं. आज अगर उन्हें मेरे साथ स्टेज पर खड़ा कर दो और बहस करा दो. ये डरपोक व्यक्ति हैं, ये व्यक्ति डरता हैं, जब इनके सामने कोई खड़ा होता है तो ये डर जाते हैं.
#WATCH Rahul Gandhi: I challenge the BJP, let Narendra Modi ji debate with me for 10 minutes on stage. He is scared, he is a 'darpok' person. pic.twitter.com/tjr1qkPI5l
— ANI (@ANI) February 7, 2019
राहुल गांधी ने इस सम्मेलन में कहा कि संघ, बीजेपी, नरेंद्र मोदी और वीर सावरकर हर किसी के डीएनए में कायरता है. कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता शेर का बच्चा है. उन्होंने कहा कि मैं मोदी से दो सवाल पूछूंगा अंबानी के बारे में, राफेल के बारे में, अडानी में लेकिन वो मेरे सामने स्टेज पर खड़े नहीं हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि मैंने अपने मैनिफेस्टो वालो से कहा कि मुझे ऐसा काम बताओ जो देश को हिला दे. हमने मनरेगा, भोजन का अधिकार जैसा काम किया.
राहुल ने समझाया कि उनकी सरकार हर गरीब को मिनिमम इनकम देंगे. इसके तहत देश में जो भी गरीब है, उनके बैंक अकाउंट हैं तो सीधे पैसा डाल दिया जाएगा. अगर नरेंद्र मोदी 15 उद्योगपतियों की जेब में पैसा डाल सकता है तो हम भी गरीबों की जेब में पैसा डाल सकते हैं.