लोकसभा चुनाव में पांचवें चरण के लिए 6 मई को वोटिंग होनी है. इस चरण में 7 राज्यों की 51 सीटों पर मतदान होगा जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र अमेठी भी शामिल है. कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ रही हैं और बीजेपी ने यहां जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. ऐसे में राहुल गांधी ने अमेठी की जनता को एक भावुक चिट्ठी लिखी है जिसनें उन्होंने यहां के लोगों को अपने परिवार का हिस्सा बताया और कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील की है.
अमेठी के अलावा राहुल गांधी केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं. पहली बार दो सीटों से लड़ रहे राहुल गांधी के लिए अमेठी साख की लड़ाई बन चुकी है क्योंकि बीजेपी लगातार यहां कांग्रेस को कमजोर करने में लगी है. दो सीटों से चुनाव लड़ने को लेकर भी स्मृति कई बार राहुल गांधी को घेर चुकी हैं और उनका आरोप है कि अमेठी की जनता ने राहुल को नकार दिया है, इसी वजह से वह वायनाड चले गए हैं.
अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी का रिश्ता भावनात्मक तौर पर उतना ही मजबूत है, जितना परिवार के सदस्यों के बीच होता है। कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi का अपने अमेठी परिवार की जनता के नाम विनम्र सन्देश:- pic.twitter.com/9L6zYt40Al
— Congress (@INCIndia) May 3, 2019
राहुल गांधी ने शुक्रवार को 6 मई की वोटिंग से पहले अमेठी की जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनती है तो केंद्र की ओर से रोके गए अमेठी को विकास कार्यों को फिर से शुरू किया जाएगा. अपनी इस चिट्ठी में राहुल गांधी ने बीजेपी पर उद्योगपतियों की तरफदारी का आरोप लगाया और वायनाड से लड़ने की वजह उत्तर से दक्षिण को जोड़ने वाली रणनीति को बताया.
राहुल गांधी देशभर में कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं और ऐसे में उनकी बहन प्रियंका गांधी ने अमेठी में डेरा डाल रखा है. प्रियंका कांग्रेस महासचिव के साथ-साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी भी हैं. अमेठी में राहुल गांधी को जिताने का जिम्मा प्रियंका ने अपने कंधों पर ले लिया है और यही वजह कि राहुल के नामांकन के बाद से प्रियंका 5-6 बार अमेठी का दौरा कर चुकी हैं. यहां प्रियंका अपने भाई के विकास कार्यों के बारे में जनता को बता रही हैं तो दूसरी ओर स्मृति ईरानी और बीजेपी की नीतियों की जमकर आलोचना भी कर रही हैं.
अमेठी गांधी परिवार का गढ़ कहा जाता है और इस सीट से संजय गांधी से लेकर राजीव गांधी, सोनिया गांधी सांसद रहे हैं. राहुल गांधी ने 2004 में पहली बार यहां से चुनाव जीता था और लगातार जीत दर्ज करने के बाद वह चौथी बार यहां से किस्मत आजमा रहे हैं. राहुल के खिलाफ पिछली बार भी बीजेपी ने स्मृति को मैदान में उतारा था लेकिन करीब एक लाख वोट से बीजेपी यह चुनाव हार गई थी.