कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा. मोदी के 'बचाओ, बचाओ, बचाओ' का जवाब देते हुए राहुल ने ट्विटर पर लिखा कि यह मदद की गुहार उन लोगों की है जो आपके 'अत्याचार और अक्षमता' से मुक्त होना चाहते हैं. बता दें, कोलकाता में विपक्ष की रैली पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा था कि विपक्षी पार्टियां बचाओ, बचाओ, बचाओ चिल्ला रहे हैं.
राहुल ने ट्वीट में लिखा, 'महामहिम, मदद के लिए गुहार लाखों बेरोजगार युवाओं, संकटग्रस्त किसानों, वंचित दलितों और आदिवासियों, सताए गए अल्पसंख्यकों, बर्बाद हो गए छोटे व्यापारियों की है, वे आपके अत्याचार और अक्षमता से मुक्त होने की गुहार लगा रहे हैं. वे 100 दिनों में मुक्त हो जाएंगे.'
Your Highness,
The cries for help are the cries of millions of unemployed youth; of farmers in distress; of oppressed Dalits & Adivasis; of persecuted minorities; of small businessmen in ruin; begging to be freed from your tyranny & incompetence.
AdvertisementIn 100 days they will be free. https://t.co/sasW1IetWO
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 20, 2019
मोदी ने कहा, हम सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं
महाराष्ट्र और गोवा के कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस मंच से ये लोग देश और लोकतंत्र बचाने की बात कह रहे थे, उसी मंच पर एक नेता ने बोफोर्स घोटाले की याद दिला दी. आखिर सच्चाई छुपती कहां है. पश्चिम बंगाल में भाजपा का सिर्फ एक विधायक है, लेकिन वे हमसे बहुत डरे हुए हैं, क्योंकि हम सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं. इसलिए उन्होंने पूरे देश से पार्टियों को एकत्रित किया और बचाओ, बचाओ, बचाओ चिल्ला रहे हैं.
बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो: ममता
कोलकाता में शनिवार को मेगा रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि अब मोदी सरकार के बुरे दिन आने वाले हैं. पश्चिम बंगाल में उनका खाता नहीं खुलेगा. इस दौरान ममता ने मोदी हटाओ के नारे के साथ 'बदल दो, बदल दो, बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो' का नारा दिया था.
ममता की रैली में नहीं गए थे राहुल गांधी
इस रैली में करीब 22 दलों के 40 से अधिक नेता पहुंचे थे. कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे और अभिषेक मनु सिंघवी पहुंचे थे. हालांकि, राहुल ने मंच नहीं शेयर किया था, लेकिन उन्होंने ममता बनर्जी को खत लिखा था. राहुल ने लिखा, 'पूरा विपक्ष इस विश्वास के प्रति एकजुट है कि सच्चे राष्ट्रवाद और विकास की रक्षा लोकतंत्र, सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता जैसे उन मूल्यों के आधार पर करनी है जिनको केन्द्र सरकार नष्ट कर रही है. मैं यह एकजुटता दिखाने पर ममता दी का समर्थन करता हूं और आशा करता हूं कि हम एकजुट भारत का शक्तिशाली सन्देश देंगे.'
मेगा रैली में पहुंचे थे ये नेता
ममता बनर्जी की इस रैली में मल्लिकार्जुन खड़गे, अभिषेक मनु सिंघवी, हार्दिक पटेल, हेमंत सोरेन, शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा, एमके स्टालिन, सतीश मिश्रा, अखिलेश यादव, जयंत चौधरी, कुमारस्वामी, चंद्रबाबू नायडू, फारूक अब्दुल्ला, एच डी देवेगौड़ा, ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, शरद यादव, अजीत सिंह, गेगांग अपांग समेत करीब 40 से अधिक नेता पहुंचे थे.