पश्चिम बंगाल में अमित शाह के रोड शो के दौरान हुए बवाल के बाद बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने आ गई हैं. हमले के एक दिन बाद बुधवार को अमित शाह ने कहा कि अगर मौके पर सीआरपीएफ जवान नहीं होते तो मेरा बचकर निकलना मुश्किल था. इस मामले में अब केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी घटना की निंदा की है और पश्चिम बंगाल सरकार पर राज्य की मशीनरी का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. राजनाथ ने ट्वीट किया 'बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो में हुए हमले के बाद उनपर FIR होना लोकतंत्र का मजाक है.'
राजनाथ ने आगे लिखा कि पश्चिम बंगाल सरकार स्टेट मशीनगरी का इस्तेमाल लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन के लिए कह रही है. एक राजनीतिक दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं को डराने के ये प्रयास बुरी तरह विफल होंगे.The FIR against BJP National President, Shri @AmitShah for the attacks on his road show in Kolkata is a mockery of democracy and due process. 1/4
— Chowkidar Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 15, 2019
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की राजनीतिक हिंसा की घटनाओं से मैं चिंतित हूं. यह दर्शाता है कि जैसे-जैसे चुनावों के चरण बीतते जा रहे हैं राज्य में कानून-व्यवस्था खराब होती जा रही है.West Bengal Govt is misusing the state machinery to stifle democratic rights of the people. These attempts at intimidating the leaders and workers of a political party will fail miserably. 2/4
— Chowkidar Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 15, 2019
राजनाथ सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य और मुख्यमंत्री की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है. पश्चिम बंगाल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य की मौजूदा स्थिति की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.I am deeply concerned over the increasing incidents of political violence in West Bengal. It seems that the Law and Order situation is worsening further in the state with every passing phase in the ongoing General Elections. 3/4
— Chowkidar Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 15, 2019
The Law and order is a primary responsibility of a State govt and its Chief Minister. The West Bengal govt. and Chief Minister, Sushri Mamata Banerjee should own the responsibility of the prevailing situation in the state. 4/4
— Chowkidar Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 15, 2019
गौरतलब है कि मंगलवार (14 मई) को अमित शाह के रोड शो के दौरान कोलकाता में जमकर हिंसा हुई. बीजेपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से भी भिड़ंत हुई. इस दौरान जमकर लाठी-डंडे चले, कई जगह आगजनी की गई. ये सारी हिंसा कलकत्ता यूनिवर्सिटी के पास हुई.
रोड शो के दौरान जब हिंसा शुरू हुई तो अमित शाह की सुरक्षा में लगे सीआरपीएफ के 25 कमांडोज हरकत में आए. वे बीजेपी अध्यक्ष को रोड शो से हटाकर सुरक्षित जगह पर ले गए. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने अमित शाह को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) से मिले इनपुट के आधार पर जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी हुई है. इसमें सीआरपीएफ के बेहद प्रशिक्षित क्लोज प्रोटेक्शन कमांडोज सुरक्षा देते हैं.
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