आगामी लोकसभा चुनाव के साथ जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं. भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है. पार्टी के महासचिव राम माधव ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी के जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की संभावना है और चुनाव बाद वह 'कुछ मित्रों' के साथ प्रदेश में स्थिर सरकार बनाएंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रदेश में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
राम माधव ने कहा कि प्रदेश में चुनाव पूर्व किसी पार्टी के साथ गठबंधन होने की संभावना बेहद कम है. चुनाव के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी और 'कुछ मित्रों' की मदद से जनता को स्थिर सरकार देगी. उन्होंने साफ किया कि हमें दूसरों के साथ हाथ मिलाने में कोई हिचक नहीं है.
तीन फरवरी को मोदी जाएंगे जम्मू और कश्मीर
माधव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरुआत तीन फरवरी को अपनी यहां की यात्रा के दौरान करेंगे. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होंगे. भाजपा राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए भी तैयार है. अब चुनाव आयोग को यह निर्णय लेना है कि दोनों चुनाव एक साथ होंगे अथवा अलग-अलग.
Ram Madhav, BJP on Farooq Abdullah's statement 'EVM is chor machine': I don't want to react to F Abdullah, I want to ask Congress leadership in MP, Chhattisgarh&Rajasthan whether they agree that bcos EVMs were 'chor' they could win in those states. 1st answer that,then let's see. pic.twitter.com/W9bDPh8Z8B
— ANI (@ANI) January 20, 2019
कश्मीरी पंडितों की वापसी का खाका तैयार
कश्मीरी पंडितों के सवाल पर राम माधव ने कहा कि भाजपा ने कश्मीरी पंडितों की वापसी और उन्हें दोबारा बसाने के लिए खाका तैयार किया है और घाटी में स्थिति अनुकूल होने के बाद ही उसे लागू किया जाएगा.
बीजेपी ने पीडीपी के साथ मिलकर बनाई थी सरकार
2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 87 सीटों में से 25 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने 28 सीट जीतने वाली पीडीपी से गठबंधन करके पहली बार सूबे में सरकार भी बनाई थी, लेकिन पिछले दिनों बीजेपी ने गठबंधन तोड़ दिया था. इस दौरान राम माधव ने कहा था कि आतंकवाद और हिंसा की चपेट में आई घाटी में आम लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है. पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या इसका उदाहरण है. पार्टी के सभी मंत्री इस्तीफा देंगे और शांति-व्यवस्था बरकरार रखने के लिए पार्टी चाहती है कि राज्य में राज्यपाल का शासन लागू हो.
ओवैसी ने कहा, बीजेपी कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर रही
पिछले दिनों AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि केंद्र में चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा, कश्मीर घाटी में हालात सामान्य करने के लिए उनके पास कोई नीति, दूर दृष्टि नहीं रही है. मुझे लगता है कि कश्मीर पर नीति में निरंतरता रहनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से उसका अभाव है. उन्होंने कहा था कि भाजपा नीत केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर रही है. कश्मीर समस्या का हल जेम्स बांड या रैंबो शैली में नहीं होना चाहिए.
फारूक अब्दुल्ला ने बीजेपी पर लगाया था आरोप
कोलकाता में बीते शनिवार को जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी लोगों को धार्मिक आधार पर बांट रही है. लोगों को पाकिस्तानी बताया जा रहा है, लेकिन सभी लोग.... लद्दाख से लेकर हर जगह पर... भारत में रहना चाहते हैं. मैं मुसलमान हूं और मुझे भारत से, अपने देश से प्यार है.