कांग्रेस ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जोरदार हमला बोला. पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए बीजेपी हिस्ट्रीशीटर और गुंडों का सहारा ले रही है. उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा के एक मामले को लेकर पार्टी के महासचिव गुलाम नबी आजाद ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'रोहतक में मंत्री मनीष ग्रोवर ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इशारे पर बदमाश रमेश लोहार के साथ मिलकर लगभग 6 बूथ पर कब्जा करने का प्रयास किया. हमारे विरोध पर बदमाश लोहार गिरफ्तार हुआ और उससे आर्म्स बरामद हुई. उसे हाथों हाथ रिहा भी कर दिया और मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.'
सुरेजवाला ने आगे कहा, 'इसमें प्रधानमंत्री का भी इशारा था जो आखिरी दिन रोहतक रैली करने गए थे. रोहतक से दीपेंद्र हूडा लड़ रहे हैं. रोहतक में पीएम की रैली फ्लॉप हुई, जिसकी वजह से उन्होंने खट्टर को डांट लगाई और उसके बाद हिंसा का तांडव हुआ. इन लोगों ने कई बूथों पर हिंसा की और वोटरों को धमकाया. जानकारी के बाद भी चुनाव आयोग ने संज्ञान नहीं लिया. आजाद ने आयोग को खत लिखा है.
मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी को लेकर सुरजेवाला ने कहा, 'प्रधानमंत्री भी भाषा संयमित नहीं रखते लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि मणिशंकर अय्यर समेत कांग्रेसी भी भाषा की मर्यादा पार करें. ये सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसा करते हैं, पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है. मणिशंकर अय्यर सहित जो भी लोग हमारी पार्टी में ऐसी भाषा का प्रयोग करते हैं, हम उसकी भर्त्सना करते हैं. जो मर्यादा लांघेगा उसको प्रताड़ित करेंगे. कुछ लोग सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए ऐसा बयान देते हैं लेकिन पीएम को भी मर्यादा का पालन करना चाहिए. पीएम ने सोनिया गांधी को कांग्रेस की विधवा कहा तो क्या माफी मांगी?
गौरतलब है कि हरियाणा में मतदान के दौरान कुछ गड़बड़ी की खबरें आई हैं जिस पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. 13 अप्रैल को हरियाणा के फरीदाबाद में एक मतदान केंद्र पर चुनावी प्रक्रिया में दखल देने के आरोप में एक मतदान एजेंट को गिरफ्तार किया गया. एक वीडियो सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई जिसमें फरीदाबाद के असावती में मतदान एजेंट रविवार को एक बूथ के अंदर तीन महिला मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश करता नजर आया. जिला निर्वाचन कार्यालय के ट्विटर अकाउंट से रविवार को एक ट्वीट में कहा गया, "जल्द कार्रवाई की गई. एफआईआर दर्ज की गई. व्यक्ति जेल में है. पर्यवेक्षक ने इस मामले की व्यक्तिगत रूप से पूछताछ की और संतुष्ट हैं कि मतदान कभी भी प्रभावित नहीं हुआ."
उधर प्रधानमंत्री पर मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए बीजेपी ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस का दोहरा चरित्र और अहंकार फिर सामने आया है और उसे इस बारे में जवाब देना चाहिए. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बीजेपी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा कि मणिशंकर अय्यर ने जो कहा है वह एक वेबसाइट पर लेख में कहा है, उस पर कांग्रेस का क्या कहना है? उन्होंने पूछा कि अय्यर के बयान पर कांग्रेस को क्या कहना है? चुनाव प्रचार अभियान के दौरान भाषा मर्यादा के उल्लंघन पर एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि यह रुकना चाहिए, इसे रोका जाना चाहिए क्योंकि किसी भी जिम्मेदार नेता को इस प्रकार की बातें नहीं करनी चाहिए.
बीजेपी प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्ह राव ने अपने ट्वीट में कहा कि ‘अपशब्द कहने का मुखिया (एब्यूजर इन चीफ)’ 2017 की अपनी ‘नीच’ टिप्पणी को उचित ठहराने लौटे. उन्होंने कहा, ‘अय्यर ने तब अपनी खराब हिंदी का बहाना बनाकर माफी मांगी थी. अब वे कह रहे हैं कि उनका आकलन सही था. कांग्रेस ने पिछले साल उनके निलंबन को वापस ले लिया था. कांग्रेस का दोहरा चरित्र और अहंकार फिर सामने आया.’
बहरहाल, कई महीनों तक चुप्पी साधे रहने के बाद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर मंगलवार को एक बार फिर सुर्खियों में आ गए जब उन्होंने अपने एक लेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘नीच’ शब्द के प्रयोग को उचित ठहराया और सबसे खराब भाषा प्रयोग करने वाला प्रधानमंत्री बताया. अपने लेख में अय्यर ने कई मुद्दों पर मोदी की आलोचना की और कहा कि याद करें कि किस प्रकार से मैंने 7 दिसंबर 2017 को उनकी व्याख्या की थी. क्या मेरा आकलन सही नहीं था? 2017 में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मोदी को ‘नीच आदमी’ संबोधित किया था जिसके बाद उन्हें कांग्रेस पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.
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