लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद नेताओं का दलबदल कार्यक्रम भी शुरू हो चुका है. दलबदल के लिस्ट में अब गुजरात बीजेपी की नेता रेशमा पटेल का नाम भी जुड़ गया है. रेशमा ने शुक्रवार को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघानी को शुक्रवार को अपना इस्तीफा भेजा था जिसमें रेशमा ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि पार्टी सदस्यों से मजदूरों की तरह बर्ताव किया जाता है.
તાનાશાહોની ભારતીય જનતા પાર્ટી માંથી રાજીનામું. pic.twitter.com/xasw9EXmDN
— Reshma Patel (@reshmapatel__) March 15, 2019
रेशमा ने कहा कि माणावदर विधानसभा चुनाव में भी वे बीजेपी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगी. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, 'यह पार्टी एक मार्केटिंग कंपनी बन गई है और इसके सदस्य सेल्सपर्सन बन गए हैं.'
रेशमा ने आगामी लोकसभा चुनाव पोरबंदर सीट से लड़ने का भी ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी एक अहंकारी पार्टी है. पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा पार्टी के छोटे कार्यकर्ताओं को दबाया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि 'बीजेपी नेता तानाशाह की तरह काम करते हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं को मजदूर समझते हैं.'
रेशमा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस या अन्य किसी दल में शामिल नहीं हो रहीं और निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं. बता दें कि रेशमा पटेल पहले हार्दिक पटेल के आरक्षण आंदोलन से जुड़ी समिति की प्रमुख सदस्य थी. उसके बाद दिसंबर 2017 में विधानसभा चुनावों से पहले वह बीजेपी में शामिल हो गई थीं. तब उन्होंने हार्दिक पर कांग्रेस का एजेंट होने का आरोप लगाया था.
गौरतलब है कि गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल हाल ही में कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं और रेशमा पटेल ने कांग्रेस में शामिल हुए पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का समर्थन करते हुए कहा कि हार्दिक जहां से भी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, वे उनका समर्थन करेंगी और उनके लिए प्रचार भी करेंगी.