प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुबानी हमले का जवाब देते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपनी मां की ओर से दिए गए संस्कारों का हवाला देते हुए मंगलवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमले नहीं करेंगे, भले ही मोदी ने ऐसा किया हो. महाराष्ट्र के वर्धा में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने सोमवार को दावा किया कि एनसीपी प्रमुख ने प्रतिकूल स्थिति देखते हुए लोकसभा चुनावों से अपना नाम वापस ले लिया है.
प्रधानमंत्री ने शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पार्टी पर से पवार की पकड़ ढीली हो रही है और उनके भतीजे के चलते उपजी पारिवारिक कलह से एनसीपी कमजोर पड़ गई है. प्रधानमंत्री ने बीते दिन उमर अब्दुल्ला की 'दो प्रधानमंत्री' वाली टिप्पणी के बाद भी शरद पवार से इस पर रुख साफ करने की अपील की थी.
निजी हमले कर रहे हैं मोदी
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी के हमले के जवाब में कहा, 'मोदी जहां भी जा रहे हैं वहां निजी हमले कर रहे हैं. लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा क्योंकि मैं अपनी मां द्वारा दिए गए संस्कारों से प्रभावित हूं. निजी आलोचना हमारी संस्कृति में उचित नहीं बैठती.' साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को एनसीपी में पारिवारिक कलह के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है.
पीएम के हमले के बाद एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने दावा किया कि बीजेपी और शिवसेना को विदर्भ में पहले चरण के चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलेगी और ऐसा इसलिए होगा क्योंकि पूर्वी महाराष्ट्र क्षेत्र में उनकी प्रचार रैलियों को खराब प्रतिक्रिया मिल रही है. अपने पिता पर किए सियासी हमलों पर एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, 'प्रधानमंत्री का ऐसा कहना अप्रत्याशित है. यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस व्यक्ति की पार्टी बुजुर्गों का सम्मान नहीं करती है, उसने ऐसा कहा है. उनसे मुल मूद्दों और विकास पर बोलने की उम्मीद थी.’
विदर्भ के वर्धा में एक चुनावी रैली में पीएम मोदी ने यह कहते हुए शरद पवार पर निशाना साधा कि एनसीपी पारिवारिक कलह से घिरी है और मराठा क्षत्रप की पार्टी पर पवार की पकड़ ढ़ीली होती जा रही है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पवार ने इसलिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया क्योंकि उन्हें अहसास है कि हालात उनके पक्ष में नहीं है.