जो कभी साथ थे, बीजेपी सरकार में थे, मंत्री थे, सांसद थे, बीजेपी के लिए वोट मांगते थे, आज विरोधी मंच पर दिखे. दरअसल, शनिवार को कोलकाता के बिग्रेड मैदान में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मेगा रैली में बीजेपी के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण शौरी पहुंचे. उनके साथ बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा भी मौजूद थे. रैली में अपनी ही पार्टी के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा दिखे. आते ही मंच पर उन्होंने अपने ही अंदाज में दहाड़ लगाई.
शत्रुघ्न सिन्हा ने माइक थामा तो फिर रुके नहीं. मोदी सरकार की सबसे बड़े विरोधी की तरह बखिया उधेड़ी. नोटबंदी से लेकर राफेल तक पर तीर चलाए. शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी से पूछा कि आप जब तक सवालों से भागते रहेंगे तब तक हम सबको मानना पड़ेगा कि वाकई 'चौकीदार चोर' है. उन्होंने कहा कि देश बदलाव चाहता है. मुझसे लोग कहते हैं कि मैं बीजेपी के खिलाफ बोलता हूं, लेकिन अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं भी बागी हूं. हो सकता है कि इस रैली के बाद मैं भाजपा में नहीं रहूं.
मैं पार्टी को आईना दिखाता हूं: शत्रुघ्न
शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी में रहते हुए शत्रु की भूमिका का भी जवाब दिया. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि इस क्षण तक मैं अभी भाजपा में हूं. अभी यशवंत सिन्हा कह रहे थे कि इस रैली के बाद मैं पार्टी से जरूर निकाल दिया जाऊंगा. अगर मैं बीजेपी में हूं भी तो मैं पहले भारत की जनता का हूं. मेरी जवाबदेही और जिम्मेदारी भारत की जनता के प्रति है. मैं जो भी करता हूं और कहता हूं वह देशहित और जनहित में है. उन्होंने कहा कि देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता. मैं पार्टी को आईना दिखाता हूं. बताता हूं कि यह लोकतंत्र है, ज्यादा ज्यादतियां मत करो.
नोटबंदी पार्टी का फैसला नहीं: शत्रुघ्न
उन्होंने कहा कि अटल जी के जमाने में लोकशाही थी, इस जमाने में तानाशाही है. यह नहीं चलेगा. यह ज्यादती है देश के लोगों के साथ. अचानक रातोंरात तुगलकी फरमान जारी कर दिया. आपने नोटबंदी की घोषणा कर दी. क्या कभी सोचा कि इससे कभी रेहड़ी, पटरी वाले, किसानों, मजदूरों, युवाओं पर क्या असर पड़ेगा. बगैर किसी से सलाह लिए आपने यह किया. मैं यकीनन कहता हूं कि यह पार्टी का फैसला नहीं था. अगर पार्टी का यह फैसला होता तो आडवाणी जी, जोशी जी, यशवंत सिन्हा, शौरी जी और मुझे भी पता होता. मगर यह फैसला सीधे पीएमओ से हुआ.
मोदी मुद्दा नहीं हैं, मुद्दे मुद्दा है: यशवंत
बीजेपी के दूसरे बागी सिन्हा के तेवर भी तल्ख थे. माइक थामते ही यशवंत सिन्हा ने सीधे-सीधे प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि देश में हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए यहां खड़े हैं. मोदी मुद्दा नहीं हैं, मुद्दे मुद्दा है. देश की आर्थिक व्यवस्था चौपट हो चुकी है. यह सरकार आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है. हम यहां एक सोच और विचारधारा का प्रश्न है. हम उस सोच और उस विचारधारा के विरोध में आज यहां एकत्र हुए हैं.
इतनी झूठ बोलने वाली सरकार अब तक नहीं आई: अरुण शौरी
वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके अरुण शौरी ने पीएम मोदी को तो घेरा ही राफेल को लेकर भी बड़ा हमला किया. उन्होंने कहा कि देश में अब तक ऐसी सरकार नहीं आई, जिसने इतना झूठ बोला हो. सीबीआई विवाद सबके सामने है. नोटबंदी का आइडिया किसी ने नहीं दिया. इस सरकार को तो जाना ही चाहिए. विपक्ष एकजुट होकर गुजरात में लड़ती तो वहां भी बीजेपी को हराया जा सकता था.
बीजेपी ने शत्रुघ्न को बताया अवसरवादी
शत्रुघ्न के इस बयान के बाद बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो व्हिप जारी होता है तो वो पार्टी के साथ नजर आते हैं, क्योंकि उन्हें अपनी सदस्यता खत्म होने का डर होता है. वह इतने अवसरवादी हैं कि मौका मिलते ही विपक्षी पार्टियों के मंच पर चले जाते हैं. बीजेपी इसका संज्ञान लेगी.