बिहार के पटना साहिब से सांसद और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के असंतुष्ट नेता शत्रुघ्न सिन्हा 28 मार्च को कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं. टिकट कटने के बाद उन्होंने पहले ही बीजेपी छोड़ने के संकेत दे दिए थे. शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में शामिल होने की पुष्टि पार्टी के राज्यसभा सांसद और चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन अखिलेश प्रसाद सिंह ने मंगलवार को पटना में एक प्रेस वार्ता के दौरान की.
अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि शत्रुघ्न सिन्हा आधिकारिक तौर पर 28 मार्च को सुबह 11:30 बजे कांग्रेस में शामिल होंगे. सूत्रों के मुताबिक शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से टिकट कटने के बाद कांग्रेस में अपनी एंट्री के रास्ते तलाश रहे थे और पार्टी के आला कमान से लगातार संपर्क में थे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 28 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी का दामन थाम लेंगे और उन्हें पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद के खिलाफ मैदान में उतारा जाएगा.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार एनडीए के 40 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई थी, जिसमें पटना साहिब से पार्टी ने रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया था. 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद से ही शत्रुघ्न सिन्हा लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे और पिछले कुछ दिनों से खासकर राफेल सौदे के मुद्दे पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला था और राफेल डील में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर सवाल खड़े किए थे.
शत्रुघ्न सिन्हा ने गत शुक्रवार को बीजेपी छोड़ने के सीधे संकेत दिए थे. पिछले काफी दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे सिन्हा ने पार्टी छोड़ने का इशारा करते हुए ट्वीट कर अपने खास अंदाज में लिखा, मोहब्बत करने वाले कम न होंगे, (शायद) तेरी महफिल में लेकिन हम न होंगे. फिल्म अभिनेता और 'बिहारी बाबू' के नाम से चर्चित शत्रुघ्न कई मौकों पर 'पार्टी लाइन' से हटकर सार्वजनिक रूप से बयान देते रहे हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए एक अन्य ट्वीट में लिखा, "सर, राष्ट्र आपका सम्मान करता है, पर नेतृत्व में विश्वसनीयता और विश्वास की कमी है. नेतृत्व जो कर रहा है और कह रहा है, क्या लोग उस पर विश्वास कर रहे हैं? शायद नहीं. खैर, अब काफी देर हो चुकी है." शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि जनता से किए गए वादे अभी भी पूरे होने बाकी हैं जोकि अब पूरे हो भी नहीं पाएंगे. आशा, इच्छा और प्रार्थना, हालांकि मैं अब आपके साथ नहीं रह सकता.
Yesterday, had the pleasure of meeting a dear family friend, Lalu Prasad Yadav @laluprasadrjd in Ranchi once again. It's so inspiring & comforting to see him bravely fighting despite ailing health in his difficult situation. His determination & cheerful approach is his strength. pic.twitter.com/nvjXsPoPaO
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) March 4, 2019
पिछले दिनों सिन्हा ने रांची जाकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद तथा पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात की थी. इससे पूर्व भी कई मौकों पर सिन्हा पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तारीफ करते रहे हैं.