scorecardresearch
 

राहुल गांधी को मनाने में जुटे कांग्रेस नेता, घर के बाहर डेरा डालेंगी शीला दीक्षित

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने राहुल के इस्तीफा न देने पर नई शर्त रख दी है. शीला ने कहा कि आज हम राहुल के घर के बाहर खड़े रहेंगे और इस्तीफे की मांग वापस लेने की बात कहेंगे.

Advertisement
X
शीला दीक्षित
शीला दीक्षित

Advertisement

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद एक तरफ जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं, दूसरी तरफ पार्टी उन्हें मनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. मंगलवार को पूरे दिन उनके घर नेताओं का तांता लगा रहा, इसके बाद आज बुधवार को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने राहुल के इस्तीफा न देने पर नई शर्त रख दी है. शीला ने कहा कि आज हम राहुल के घर के बाहर खड़े रहेंगे और इस्तीफे की मांग वापस लेने की बात कहेंगे.

शीला दीक्षित ने कहा, "हम राहुल गांधी के आवास के पास जा रहे हैं, वहां अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रदर्शन करेंगे कि उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए. पार्टी को बहुत भारी नुकसान होगा जो हम नहीं चाहते हैं. ऐसा न करने के लिए हम उनसे निवेदन करने जा रहे हैं."

Advertisement

शीला दीक्षित ने कहा कि पार्टी का कोई भी व्यक्ति नहीं चाहता कि राहुल इस्तीफा दें. उन्हें अध्यक्ष के तौर पर फिर से काम शुरू करना चाहिए. शीला ने आगे कहा कि हार-जीत तो चलती रहती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि कोई एक कदम पीछे हटे और छोड़ कर चला जाए. हम चाहते हैं कि वो पार्टी का नेतृत्व करें, इसमें किसी और को ढूंढने की कोई बात नहीं है.

बता दें कि मंगलवार (28 मई) सुबह भी राहुल से मिलने उनके घर में प्रियंका गांधी, रणदीप सुरजेवाला, सचिन पायलट जैसे बड़े नेता पहुंचे थे. जहां राहुल गांधी से कहा गया कि अभी पार्टी को नए विकल्प नहीं मिल रहे हैं, आप पार्टी में जो मर्जी बदलाव करें, जैसे चाहे पार्टी चलाएं. लेकिन राहुल लगातार अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं.

राहुल गांधी ने पार्टी से कहा है कि आप एक महीना ले लीजिए, लेकिन मेरा विकल्प ढूंढिए. राहुल ने कहा है कि वो पद छोड़ने के लिए मन बना चुके हैं. इसके साथ ही राहुल ने ये भी कहा कि प्रियंका गांधी को इन सभी से दूर रखना चाहिए, किसी भी हालत में वो मेरी जगह अध्यक्ष नहीं बनेंगी.

उन्होंने ये भी कहा था कि मैं लोकसभा में पार्टी का नेतृत्व करने को तैयार हूं. किसी अन्य भूमिका में भी मैं काम कर सकता हूं, पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करता रहूंगा, लेकिन अध्यक्ष नहीं रहूंगा. अब देखना है कि राहुल को मनाने का दिल्ली कांग्रेस का यह फॉर्मूला काम आता है या नहीं.

Advertisement
Advertisement