पंजाब की राजनीति के सबसे अहम चेहरों में से एक हैं सुखबीर सिंह बादल. वह अभी शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष भी हैं. वह 2009 से 2017 तक पंजाप के उपमुख्यमंत्री रहे हैं. 2019 का लोकसभा चुनाव सुखबीर सिंह बादल फिरोजपुर से लड़ रहे हैं.
सुखबीर बादल का जन्म 9 जुलाई 1962 में फरीदकोट में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सैंट लॉरेंस स्कूल से प्राप्त की. 1980 से 1984 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से एम.ए इन इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की. इसके बाद वह M.B.A करने कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी चले गए.
सुखबीर सिंह बाद 11वीं और 12वीं लोकसभा के सदस्य रहे हैं. अपना पहला चुनाव उन्होंने फरीदकोट से जीता था. 1998 से 1999 के बीच वाजपेयी सरकार में वह राज्य मंत्री रहे. 2001 से 2004 तक वह राज्यसभा सदस्य रहे. 2004 में वह तीसरी बार 14वीं लोकसभा के लिए चुने गए. जनवरी 2008 में वह अकाली दल के अध्यक्ष बने. एक साल बाद यानी 2009 में उन्होंने पंजाब के उपमुख्यमंत्री की शपथ ली. तब पंजाब विधानसभा के सदस्य नहीं थे. जुलाई 2009 में उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. जलालाबाद सीट से उन्होंने उपचुनाव लड़ा और विजयी होने के बाद एक बार फिर पंजाब के उपमुख्यमंत्री की शपथ ली.
2012 में विरोधी लहर होने के बावजूद सुखबीर सिंह बादल ने 2012 का पंजाब विधानसभा चुनाव जीत लिया. एक बार फिर सुखबीर बादल जलालाबाद से चुने गए और पंजाब के उपमुख्यमंत्री की शपथ ली. इसके बाद 2013 में उन्होंने दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के भी चुनावों में भी जीत दर्ज की. 2017 के विधानसभा चुनावों में बादल ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भगवंत मान को भारी मतों से हराया.
21 नवंबर 1991 में सुखबीर सिंह बादल की हरसिमरत कौर बादल से शादी हुई. कौर भी 2009 से बठिंडा से सांसद हैं. मोदी सरकार में वह केंद्रीय खाद्य मंत्री हैं. दोनों के 3 बच्चे हैं.
सुखबीर सिंह बादल के कार्यकाल में ही चंडीगढ़ एयरपोर्ट इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना था. व्यापार प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ चंडीगढ़ से पहली उड़ान शारजाह के लिए भरी थी.
अपने बयानों के चलते अक्सर सुखबीर सिंह बादल सुर्खियों में रहते हैं. पाक उच्चायुक्त सोहेल महमूद के विदाई समारोह के बाद सुखबीर बादल ने परमजीत सरना को ISI एजेंट बता दिया था. उन्होंने कहा था कि परमजीत सरना पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का एजेंट है, जो लगातार पाकिस्तान जाता है. उसके खिलाफ जांच होनी चाहिए.
अब एक बार फिर अपनी किस्मत आजमाने के लिए फिरोजपुर सीट से चुनावी मैदान में हैं. पंजाब की 13 सीटों में से बीजेपी इस बार 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है वहीं शिरोमणि अकाली दल ने 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. बादल को चुनौती देने के लिए अकाली दल के बागी और कांग्रेस उम्मीदवार शेर सिंह घुबाया मैदान में हैं.
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