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सनी देओल के गुरदासपुर से चुनाव लड़ने से पंजाब में अकाली-बीजेपी गठबंधन खुश

अभिनेता सनी देओल के गुरदासपुर से चुनाव लड़ने से पंजाब में अकाली-बीजेपी गठबंधन खुश है. गठबंधन का मानना है कि सनी देओल के चुनाव लड़ने से पूरे पंजाब में गठबंधन को फायदा मिलेगा.

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सनी देओल
सनी देओल

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अभिनेता सनी देओल के गुरदासपुर से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद पंजाब में अकाली-बीजेपी गठबंधन खुश है. उनका मानना है कि पंजाब की करीब हर सीट पर गठबंधन को फायदा मिलेगा. सूत्रों के मुताबिक, अकाली दल की सीनियर लीडरशिप ये मान रही है की सनी देओल के गुरदासपुर से चुनाव लड़ने से पंजाब में अकाली-बीजेपी गठबंधन में बीजेपी के कोटे में आने वाली तीनों लोकसभा सीटों गुरदासपुर, अमृतसर और होशियारपुर पर इसका असर पड़ेगा.

साथ ही अकाली दल का ये भी मानना है कि उनके खाते में आने वाली पंजाब की 10 लोकसभा सीटों पर भी सनी देओल अपना प्रभाव छोडेंगे. इन 10 में से 3 सीटें ऐसी हैं जहां से सनी देओल के पारिवारिक संबंध होने की वजह से अकाली दल के नेता मानकर चल रहे हैं कि इसका उन्हें फायदा मिलेगा.

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लुधियाना से अकाली-बीजेपी गठबंधन की और से अकाली दल चुनाव लड़ रहा है. लुधियाना के साहनेवाल में देओल परिवार का पैतृक गांव और घर है. साहनेवाल इलाका फतेहगढ़ साहिब लोकसभा क्षेत्र से भी नजदीक है और फतेहगढ़ साहिब लोकसभा सीट भी अकाली दल के खाते में है. संगरूर लोकसभा सीट जहां से अकाली दल का उम्मीदवार मैदान में है, वहां पर बनभोरा सनी देओल का नानका (माता का मायका) परिवार संबंध रखता है.

ऐसे में अकाली दल को उम्मीद है कि सनी देओल ना सिर्फ बीजेपी के खाते की 3 लोकसभा सीट बल्कि उनके खाते में आने वाली संगरूर, लुधियाना और फतेहगढ़ साहिब लोकसभा सीटों पर भी अपना प्रभाव छोडेंगे.

हरियाणा के पंजाब के संगरूर के बनभोरा गांव में खुशी का माहौल दिखा. इस गांव से ही सनी देओल की माता प्रकाश कौर का संबंध हैं. इसी वजह से गांव के लोगों का देओल परिवार के साथ काफी इमोशनल अटैचमेंट है.

वहीं बीजेपी के होशियारपुर से उम्मीदवार सोम प्रकाश ने माना कि भले ही सनी देओल गुरदासपुर से चुनाव लड़ रहे हो, लेकिन उनके पंजाब की राजनीति में उतरने से फायदा पूरे पंजाब में अकाली-बीजेपी गठबंधन के प्रत्याशियों को मिलेगा.

कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार वेरका ने कहा कि सनी देओल को पंजाब के चुनाव मैदान में उतारकर बीजेपी और अकाली दल ने ये साफ कर दिया है कि उनके पास पंजाब में जीतने के लिए कैंडिडेट ही नहीं है. इसीलिए वे  किसी को दिल्ली से ला रहे हैं तो किसी को बॉलीवुड से मैदान में उतार रहे हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. कांग्रेस पंजाब में अच्छा करेगी.

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