लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने घोषणापत्र का ऐलान करना शुरू कर दिया है. मंगलवार को तमिलनाडु की दो बड़ी पार्टी DMK और AIADMK ने घोषणापत्र जारी किया. द्रमुक ने लोकसभा चुनाव के लिए तैयार अपने घोषणापत्र में राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) को खत्म करने और निजी क्षेत्र में आरक्षण देने का मंगलवार को वायदा किया. नीट चिकित्सा स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश संबंधी अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा है.
द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन ने अपने घोषणापत्र की मुख्य विशेषताओं को उद्धृत करते हुए कहा, ‘‘मेडिकल में प्रवेश के लिए नीट को खत्म कर दिया जाएगा.’’ गौरतलब है कि तमिलनाडु में विगत में बड़े राजनीतिक दलों और छात्रों के लिए नीट एक बड़ा मुद्दा रहा है.
एम के स्टालिन ने कहा कि निजी क्षेत्र में आरक्षण देने के लिए कदम उठाए जाएंगे. पार्टी ने छात्रों के सभी शैक्षिक कर्ज माफ करने का भी वायदा किया. द्रमुक प्रमुख ने कहा, ‘‘हम केंद्र और राज्य सरकार दोनों के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लाएंगे.’’
स्टालिन ने कहा कि पार्टी पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दामों के नियमन पर ध्यान देगी. घोषणापत्र में यह भी कहा गया है कि एलपीजी के लिए सीधे खातों में जाने वाली सब्सिडी की व्यवस्था को खत्म कर गैस सिलेंडरों के दाम कम किए जाएंगे.
गौरतलब है कि राज्य में कांग्रेस के साथ DMK का गठबंधन हुआ है, द्रमुक 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और शेष 19 पर इसके सहयोगी दल लड़ेंगे. तमिलनाडु में 18 अप्रैल को एक ही चरण में चुनाव होगा.
AIADMK ने भी किए बड़े वादे
दूसरी ओर अन्नाद्रमुक ने अपने घोषणापत्र में अम्मा राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन पहल के तहत ‘‘जरूरतमंद परिवारों’’ को 1,500 रुपये प्रति माह देने का वायदा. साथ ही MG राष्ट्रीय रोजगार योजना के तहत कामगार दिनों को बढ़ाना, शिक्षण कर्ज को माफ करना, तमिल भाषा को कोर्ट और सरकारी दफ्तरों की आधिकारिक भाषा में शामिल करना, हिंदी का कम इस्तेमाल करना आदि शामिल किया गया है.
पार्टी ने कहा ‘‘इस संबंध में अन्नाद्रमुक सरकार को पहले ही अनुभव हो चुका है और इसके आधार पर ही गरीबों तथा वंचितों की लक्षित आबादी को हर माह 1,500 रूपये सीधे उनके बैंक खातों में दिए जाएंगे, इसका कार्यान्वयन मुश्किल नहीं है.’’
गौरतलब है कि AIADMK का गठबंधन इस बार भारतीय जनता पार्टी के साथ हुआ है. राज्य में लोकसभा चुनाव की कुल 39 सीटों में से 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.