लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने के साथ ही विपक्षी नेताओं में हलचल बढ़ गई है. किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की सूरत में विपक्षी दलों की सरकार के गठन को लेकर विपक्षी नेताओं ने अपने स्तर पर 'मिशन सरकार' पर काम करना शुरू कर दिया है. टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने विपक्षी नेताओं को एकजुट करने की कवायद के तहत उनसे मिलना शुरू कर दिया है.
दक्षिण के 2 बड़े नेता मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और टीआरएस अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव विपक्ष को एकजुट करने के झंडाबरदार बनकर सामने आए हैं. 'मिशन सरकार' पर निकले चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद नायडू लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे जहां वो मायावती और अखिलेश यादव से आज मिलने वाले हैं.
केजरीवाल से मुलाकात
शुक्रवार को नायूड ने कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी से भी मुलाकात की और इसके बाद नायडू आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले. दोनों नेताओं के बीच नतीजों के बाद की रणनीति पर काफी देर तक बातचीत हुई. केजरीवाल से मुलाकात के बाद नायडू ने लेफ्ट नेताओं के साथ भी गठबंधन से सरकार बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह भी इस दौरान मौजूद थे.
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी से भी मिलना चाहते थे, लेकिन ये बैठक संभव नहीं हो सकी.
दिल्ली में शुक्रवार को केजरीवाल से मिले नायडू
राहुल गांधी के साथ नायडू की यह मुलाकात इस मायने में भी खास है क्योंकि एक दिन पहले शुक्रवार को राहुल गांधी ने गठबंधन से सरकार बनाने के संकेत दिए थे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ कर दिया कि उनका मकसद बीजेपी को सत्ता में वापसी से रोकना है. इसके लिए वो विपक्ष के हर फॉर्मूले पर सहमति को राजी है. नायडू से मुलाकात में इस फॉर्मूले पर ही चर्चा होने की संभावना है.
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नायडू लखनऊ रवाना हो जाएंगे जहां वह आज ही समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मायावती से मिलने वाले हैं. यह मुलाकात इसलिए अहम है क्योंकि चुनाव परिणाम के बाद अगर तीसरे मोर्चे की संभावना दिखती है तो उसमें महागठबंधन की भूमिका बेहद अहम रहेगी.
सोनिया की शरद पवार से आज मुलाकात
इस सबके बीच आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार और सोनिया गांधी भी मिल सकते हैं.
नायडू के अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं. छठे चरण के चुनाव के बाद चंद्रशेखर राव ने पिछले हफ्ते केरल जाकर मुख्यमंत्री और माकपा नेता पिनरई विजयन से मुलाकात की. इसके बाद वह सोमवार चेन्नई जाकर डीएमके नेता एमके स्टालिन से मिले. हालांकि घंटेभर चली यह बैठक कामयाब नहीं रही. डीएमके ने कांग्रेस का साथ छोड़ने से इंकार कर दिया.
चुनाव परिणाम 23 मई को आएंगे, लेकिन नतीजों से पहले ही विपक्षी नेताओं की इन बैठकों के दौर ने सियासी गलियारों का पारा बढ़ा दिया है. अब देखना है कि नायडू और केसीआर विपक्ष को एकजुट करने में कितना कामयाब हो पाते हैं.
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