लोकसभा चुनाव 2019 की सबसे हाईप्रोफाइल सीट वाराणसी पर पूरे देश की नजरें टिकी रहीं. इस सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कुल 26 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे. वहीं, पीएम मोदी ने सभी प्रत्याशियों की पीछे छोड़ते हुए दूसरी बार जीत दर्ज की है.
नतीजे घोषित होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- इस महान भूमि की सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है
धन्यवाद काशी!
इस महान भूमि की सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। लोकसभा में एक बार फिर काशी का प्रतिनिधित्व करने को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं। काशी के विकास के लिए हम सब मिलकर काम करेंगे।
काशी के भाजपा कार्यकर्ताओं ने जो कठिन परिश्रम किया है, इसके लिए उन सबका आभार।
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2019
2019 लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार जीत हासिल की. नरेंद्र मोदी को 674,664 यानी 63.62% वोट मिले. सपा से शालिनी यादव 195,159 वोटों से दूसरे नंबर पर रहीं, जबकि कांग्रेस से अजय राय 152,548 वोटों से तीसरे स्थान पर रहे.
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आखिरी चरण में इस सीट पर मतदान किया गया था. कुल 57.81 फीसदी ही यहां पर मतदान हुआ था. पिछली बार इस सीट पर 58.35 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस सीट के रुझान और अंतिम परिणाम जानने के लिए इस पेज पर बने रहें.
कौन-कौन हैं उम्मीदवार
मोदी के सामने इस सीट पर कांग्रेस के अजय राय और गठबंधन से सपा प्रत्याशी शालिनी यादव मैदान में हैं. इस सीट पर पूर्व फौजी तेज बहादुर भी समाजवादी पार्टी के टिकट से खड़े हुए थे, लेकिन उनका नामांकन रद्द हो गया था. इसके अलावा जनहित किसान पार्टी, भारत प्रभात पार्टी, इंडियन गांधियन पार्टी, मेरा अधिकार राष्ट्रीय दल, अल-हिंद पार्टी, भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी, मौलिक अधिकार पार्टी, आदर्शवादी कांग्रेस पार्टी, भारतीय जन क्रांति दल (डेमोक्रेटिक), राष्ट्रीय आंबेडकर दल, विकास इंसाफ पार्टी, राष्ट्रीय मतदाता पार्टी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, आम जनता पार्टी (इंडिया), जनहित भारत पार्टी के साथ ही आठ निर्दलीय भी चुनाव मैदान में हैं.
2014 का जनादेश
2014 के चुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच था. हालांकि इस मुकाबले में मैदान में 42 प्रत्याशियों ने अपनी चुनौती पेश की थी. इसमें 20 उम्मीदवार बतौर निर्दलीय मैदान में थे.
नरेंद्र मोदी ने आसान मुकाबले में केजरीवाल को 3,71,784 मतों के अंतर से हराया था. मोदी को कुल पड़े वोटों में 581,022 यानी 56.4% वोट हासिल हुए जबकि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल के खाते में 2,09,238 (20.3%) वोट पड़े. तीसरे नंबर पर कांग्रेस के उम्मीदवार अजय राय रहे, जिनके खाते में महज 75,614 वोट ही पड़े. नरेंद्र मोदी ने 2014 में वाराणसी के अलावा गुजरात के वडोदरा से भी चुनाव लड़ा था और दोनों ही जगह से जीत हासिल की थी, लेकिन उन्होंने वाराणसी को अपने संसदीय क्षेत्र के रूप में चुना.
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2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय क्षेत्र में 17,67,486 मतदाता शामिल थे, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,86,224 थी, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 7,81,262 थी. यहां पर पिछले लोकसभा चुनाव में 10,30,685 मतदाताओं यानी 58.3% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. इसमें 10,28,634 (58.2%) वोट वैध पाए गए.
वाराणसी लोकसभा सीट देश की सबसे बड़ी हाई-प्रोफाइल संसदीय सीट मानी जाती है क्योंकि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. इस सीट की महत्ता 2014 में उस समय बढ़ गई थी जब नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया कि वह अपने जीवन का पहला लोकसभा चुनाव वाराणसी से लड़ेंगे. 5 साल बाद नरेंद्र मोदी एक बार फिर इसी सीट से चुनावी ताल ठोंकने जा रहे हैं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी को अपना संसदीय क्षेत्र के रूप में चुने जाने से इस सीट का राजनीतिक महत्व बढ़ गया है. हालांकि इसके संसदीय इतिहास की बात करें तो नरेंद्र मोदी के आने से पहले वाराणसी से 2009 का चुनाव बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने लड़ा था और विजयी रहे थे. 2014 में भी जोशी यहीं से लड़ना चाहते थे, लेकिन मोदी की वजह से उन्हें यह सीट छोड़नी पड़ गई थी. वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के तहत 5 विधानसभा क्षेत्र (रोहणिया, वाराणसी उत्तरी, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी छावनी और सेवापुरी) आते हैं.
सामाजिक ताना-बाना
2011 की जनगणना के मुताबिक काशी की जनसंख्या 36.8 लाख है, जिसमें 19.2 लाख (52%) पुरुष और 17.5 लाख (48%) महिलाओं की आबादी शामिल है. इनमें से 86% आबादी सामान्य वर्ग की है, जबकि 13% आबादी अनुसूचित जाति की है और महज 1% आबादी अनुसूचित जनजाति की है. इसमें 57% यानी 20.8 लाख आबादी ग्रामीण इलाकों में और 43% यानी 16 लाख आबादी शहरी इलाकों में रहती है.
धर्म के आधार पर वाराणसी में 85 फीसदी आबादी हिंदुओं की है जबकि 15 फीसदी मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं. यहां के लिंगानुपात का अनुपात देखा जाए तो प्रति हजार पुरुषों पर 913 हिंदू और 915 मुसलमान महिलाएं रहती हैं. वाराणसी का साक्षरता दर 76% है जिसमें 84 फीसदी पुरुषों की आबादी तो 67% महिलाओं की आबादी साक्षर है.
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