तमिलनाडु राज्य के 39 संसदीय क्षेत्रों में से एक वेल्लोर निर्वाचन क्षेत्र का गठन 1951 में हुआ. वेल्लोर शहर का शुमार दक्षिण भारत के प्राचीनतम शहरों में किया जाता है. यह पलार नदी के किनारे और मंदिरों के शहर थिरुवन्नमलाई एवं तिरुपति के बीच बसा है. वेल्लोर, तमिलनाडु राज्य का 9वां सबसे बड़ा कॉर्पोरशन है, इसका उद्घाटन करुणानिधि ने किया था. अगस्त 2009 को वेल्लोर नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा दिया गया.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
वेल्लोर लोकसभा सीट पर द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) का दबदबा रहा है. 1971 में परिसीमन के बाद यहां 12 बार चुनाव हुए हैं, जिसमें चार बार डीएमके को जीत मिली है तो वहीं दो बार पट्टाली मक्कल काची (पीएमके), चार बार कांग्रेस और दो बार ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने जीत हासिल की है. 2014 लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके के बी. सेनगुट्टुवन (B.Senguttuvan) पचास हजार से ज्यादा वोटों से जीतकर यहां से सांसद बने. 2014 लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके को 39.35 फीसदी, बीजेपी को 33.26 फीसदी, कांग्रेस को 2.22 और नोटा को 0.73 फीसदी वोट मिले थे.
सामाजिक ताना-बाना
2011 की जनगणना के अनुसार वेल्लोर संसदीय क्षेत्र की जनसंख्या 18,15, 889 है. जिसमें से 50.8 फीसदी आबादी ग्रामीण और 49.2 फीसदी आबादी शहरी इलाके में रहती है. यहां अनुसूचित जाति की आबादी 22.97 फीसदी है जबकि अनुसूचित जनजाति की आबादी 1.53 फीसदी है. 2014 के लोकसभा चुनावों के आंकड़ों के अनुसार यहां पर 6,52,064 पुरुष और 6,60,187 महिला यानी कुल 13,12,251 मतदाता हैं. 2014 केलोकसभा चुनावों में 74.22 फीसदी पुरुष मतदाताओं और 74.34 फीसदी महिला मतदाताओं ने वोटिंग की थी. वेल्लोर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. जिसमें वेल्लोर (Vellore), अनाई कट्टू (Anaikattu) किलवाईथिनंकुप्पम (Kilvaithinankuppam-SC), गुडियथम (Gudiyatham-SC), वानीयंबादी (Vaniyambadi) और अंबूर (Ambur) शामिल हैं. इनमें से दो सीटें डीएमके के खाते में हैं तो वहीं चार सीटों पर एआईएडीएमके का कब्जा है.
वेल्लोर लोकसभा सीट का 2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनावों में एआईएडीएमके के बी. सेनगुट्टुवन ने 59,393 वोटों से जीत हासिल की थी. उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार ए. सी. शनमुगा से था. सांसद बी. सेनगुट्टुवन को 13,12,251 वोटों में से 3,83,719 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंदी और बीजेपी नेता एसी शनमुगा को 3,24,326 वोट मिले थे. वहीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) उम्मीदवार को 21,650 और निर्दलीय को 6,056 वोट मिले थे. जबकि नोटा के हिस्से में 7,100 वोट आए थे.
सांसद बी. सेनगुट्टुवन का रिपोर्ट कार्ड
वेल्लोर के सांसद बी. सेनगुट्टुवन 62 साल के हैं, उन्होंने अंग्रेजी साहित्य में एम.ए. की डिग्री हासिल की. वह 14 अगस्त 2014 से सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति के सदस्य और 1 सितंबर 2014 से उद्योगों संबंधी स्थायी समिति के सदस्य रहे हैं. 2014 के हलफनामे के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 91 लाख है. लोकसभा में उनके प्रदर्शन की बात करें तो वह 251 दिन संसद में उपस्थित रहे यानी उन्होंने 78.19 फीसदी उपस्थिति दर्ज की है. वहीं संसद में उन्होंने कुल 496 सवाल ही पूछे हैं. सांसद बी. सेनगुट्टुवन सिर्फ 37 डिबेट्स में शामिल हुए. लोकसभा में उन्होंने कोई प्राइवेट बिल भी पेश नहीं किया है. उन्होंने अपने कार्यकाल में संसदीय क्षेत्र के विकास कार्यों में 16.66 करोड़ रुपये खर्च किए यानी उन्होंने प्राप्त राशि की 66.64 फीसदी रकम खर्च की.