पाकिस्तानी सेना की हिरासत से वापस अपने वतन लौट रहे विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के स्वागत में पूरा देश खड़ा है. कुछ ही देर में वह अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत आ रहे हैं. लेकिन उनके देश में आने से पहले ही उनको लेकर राजनीतिक तलवारें खिंच गई हैं. कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर सवाल खड़े कर दिए जिसमें उन्होंने अभिनंदन की जानकारी साझा की.
तमिलनाडु में रैली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरे देश को तमिलनाडु के विंग कमांडर अभिनंदन पर गर्व है, पूरा देश उनका इंतजार कर रहा है. इसी बात पर प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया.
Wing Commander Abhinandan despite being in captivity by an enemy nation refused to share which part of India he came from.
But PM Modi has no hesitation in sharing Wing Commander Abhinandan’s details from his campaign rally stage.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) March 1, 2019
उन्होंने लिखा कि विंग कमांडर अभिनंदन ने दुश्मन देश की गिरफ्त में होने के बावजूद अपनी जानकारी को देने से मना कर दिया था. लेकिन हमारे प्रधानमंत्री एक चुनावी रैली में बिना किसी हिचक के उसकी जानकारी साझा कर रहे हैं.
विंग कमांडर अभिनंदन को अपना सेल्यूट, संदेश यहां पोस्ट करें
आपको बता दें कि जब अभिनंदन को पाकिस्तानी सेना ने अपनी हिरासत में लिया और उनसे सवाल पूछने शुरू किए तो उन्होंने कुछ ही जवाब दिए. जब पाकिस्तानी सेना के जवानों ने उनसे पूछा कि वह भारत के किस राज्य से हैं, तो उन्होंने कहा कि वह उन्हें नहीं बता सकते, सिर्फ इतना ही कह सकते हैं कि वह दक्षिण भारत से हैं.
मुझे गर्व है कि हमारा बहादुर पायलट अभिनंदन और हमारी रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण जी दोनों तमिलनाडु से है: प्रधानमंत्री @narendramodi #TNTrustsModi
— BJP LIVE (@BJPLive) March 1, 2019
गौरतलब है कि जेनेवा संधि के तहत ऐसी स्थिति में एक जवान कुछ निश्चित जानकारी ही साझा कर सकता है. विंग कमांडर अभिनंदन ने भी कुछ ऐसा ही किया, उन्होंने अपना नाम, बैच नंबर के अलावा किसी और तरह की जानकारी देने से मना कर दिया.
कांग्रेस पार्टी इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी पर पुलवामा आतंकी हमले, बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक का चुनावी इस्तेमाल करने का आरोप लगाती रही है. हालांकि, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि देश की सुरक्षा का चुनावी मुद्दा बनना गलत नहीं है.