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PM मोदी ने जगन रेड्डी को लगाया गले, क्या एनडीए परिवार में होगी एंट्री?

लोकसभा चुनाव के बाद भी देश में सियासी समीकरणों के बनने-बिगड़ने का सिलसिला रुकता नहीं दिखाई दे रहा है. इस बीच वाईएसआर कांग्रेस के एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस) में शामिल होने की अटकलें और तेज हो गई हैं.

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(फोटो- @narendramodi)
(फोटो- @narendramodi)

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आंध्र प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली पहुंचकर मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान जगन ने पीएम मोदी को जीत की बधाई दी. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनका गले लगाकर स्वागत किया. इस दौरान दोनों में काफी गर्मजोशी देखी गई. इसके बाद वाईएसआर कांग्रेस के एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस) में शामिल होने की अटकलें और तेज हो गईं.

कुछ वक्त पहले तक एनडीए के साथी रहे टीडीपी (तेलुगू देशम पार्टी ) के चीफ और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव के पहले मोदी की मुखालफत करते हुए विपक्षी नेताओं को एकजुट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.  इसके लिए उन्होंने कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर एक मंच पर आने की कवायद की. हालांकि उनकी सारी मेहनत और कवायद धरी की धरी रह गई जब चुनाव नतीजों में विपक्षी और गठबंधन को करारी श‍िकस्त का सामना करना पड़ा और बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिल गया.

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वहीं, आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनावों में 46 साल के जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने 175 में से 151 सीटों पर कब्जा कर चंद्रबाबू नायडू की पार्टी को करारी शिकस्त देने में कामयाबी पाई. इस चुनाव में टीडीपी को महज 23 सीटें मिली हैं. साथ ही वाईएसआर कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में भी 25 में से 22 सीट जीतकर बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि टीडीपी 3 सीटों पर ही स‍िमट गई. इसके साथ ही प्रदेश में एक नए प्रतिनिधित्व का उदय का रास्ता साफ हो चुका है.

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आंध्र प्रदेश में 23 मई को आने वाले विधानसभा चुनावों के नतीजों से पहले एग्जिट पोल में वाईएसआर कांग्रेस को टीडीपी से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था. ऐसे में कांग्रेस ने जगन को अपने साथ लाने की कोशिश की. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने यूपीए की ओर से जगन मोहन से फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन जगन ने पवार से बात नहीं की. जिससे यह साफ हो गया कि जगन कांग्रेस के लिए अपने पत्ते नहीं खोलने वाले थे.

फाइनल नतीजों ने रेड्डी को और ताकत दे दी है. एक तरफ जगन रेड्डी अब अपनी सियासी ताकत को जाहिर तौर पर बढ़ाना चाहेंगे. वहीं बीजेपी भी दक्षिण में नए साथी से हाथ मिलाकर सियासी जमीन को मजबूत करने की फिराक में है. चुनाव से पहले ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सभी दलों का आह्वान करते हुए कह चुके हैं कि जो भी दल एनडीए से जुड़ना चाहते हैं उनका हम स्वागत करते हैं.

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pm-modi-and-reddy_052619020945.jpgमुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने जगन मोहन को लगाया गले

वहीं चुनाव से ऐन वक्त पहले जगन मोहन कह चुके हैं कि वे आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का देने वाले किसी भी दल का समर्थन करेंगे. बता दें कि रविवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात में जगन ने आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के साथ ही केंद्र सरकार से अपने राज्य के लिए फंड जारी करने की मांग की. जिसके बाद पीएम मोदी ने भी उन्हें हर मुमक‍िन मदद देने का आश्वासन दिया है. ऐसे में एनडीए को जगन मोहन रेड्डी के तौर पर नया साथी मिलने की प्रबल संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.

गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के मामले पर रविवार को ही जगन मोहन ने कहा कि अगर बीजेपी लोकसभा चुनाव में सिर्फ 250 सीटें जीतती तो हालात कुछ और होते. हम फिर हम विशेष राज्य का दर्जा देने की लिखित शर्त पर ही समर्थन देते. अब बीजेपी के पास बहुमत है, फिर भी हम विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाते रहेंगे.

  

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