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खेड़ा लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 (Kheda Lok Sabha Election 2024)

चुनाव 2024 के उम्मीदवार

  • नाम
    पार्टी
    वोट
  • WON

    Devusinh Chauhan

    BJP

    744435
  • LOST

    Kalusinh Dabhi

    INC

    386677
  • LOST

    Nota

    NOTA

    18824
  • LOST

    Bhailal Pandav

    BSP

    6152
  • LOST

    Sodha Parvatsinh

    IND

    6139
  • LOST

    Parmar Parsottam

    IND

    2741
  • LOST

    Upendrakumar Patel

    IND

    2715
  • LOST

    Anil Bhailal Patel

    RAMSBP

    2523
  • LOST

    Saiyad Anvar Husain

    BJNP

    1838
  • LOST

    Indiradevi Vora

    GKALP

    1135
  • LOST

    Kamlesh Patel

    BHJANP

    949
  • LOST

    Imran Vankawala

    RTRP

    928
  • LOST

    Kantiya Harjivan

    NIUP

    792
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खेड़ा गुजरात के सबसे पुराने जिलों में से एक है. इस जिले को 1998 में विभाजित करआनंद जिले का गठन किया गया थे. इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सीटों में दसक्रोई, नाडियाड, कपडवंज, धोलका, मेहमदाबाद, मातरऔर महुधा शामिल हैं. दसक्रोई और धोलका अहमदाबाद जिले में आते हैं. खेड़ा जिला साबरमती और महिसागर नदी के बिच में स्थित है. खेड़ा जिला सरदार पटेल की जन्म भूमि और गांधीजी की कर्म भूमि रही है, यहां के किसानों ने अंग्रेजो की कर वसूली के खिलाफ सत्याग्रह किया था.

17 सितंबर 2013 को, खेड़ा जिले के बालासिनोर और वीरपुर को महिसागर जिले में शामिल किया गया और खेड़ा जिले में वसो और गलतेश्वर जैसे दो नए तहसील को शामिल किया गया. नडियाद सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मस्थान भी यही है, वहीं योगीराज अवधूतश्री संतराम महाराज और इंदुलाल याज्ञनिक जैसी प्रसिद्ध हस्तियों के लिए भी जाना जाता है.  जिले में सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थान संतराम मंदिर (नडियाद), स्वामीनारायण मंदिर (वडताल), डाकोर में रणछोड़राय मंदिर, गलतेश्वर महादेव मंदिर और रोजा रोजी (महमदावद) हैं.

जिले में कुल 9 प्रमुख नदियां हैं- माही, साबरमती, मेशो, खारी, लूनी, वरासी, सिहार, वात्रक और शेढ़ी. 

खेड़ा सीट पर पहला चुनाव 1951 में हुआ और कांग्रेस के भरत सिंह ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1957 में निर्दलीय उम्मीदवार रतन सिंह ने बाजी मारी. 1962 और 1967 का चुनाव स्वतंत्र पार्टी के नाम रहा और पी.एन सोलंकी ने लगातार दो बार जीत दर्ज की थी. 1971 में नेशनल कांग्रेस(O), 1971 में कांग्रेस, 1980 और 1984 में भी कांग्रेस का ही जादू चला, लेकिन 1989 में जनता दल ने अपना दम दिखाया और पार्टी के उम्मीदवार सीपीएस हाथिसिंह ने चुनाव जीता था.

1991 के आम चुनाव में पहली बार भारतीय जनता पार्टी का खाता खुला और के.डी जेसवानी ने जीत दर्ज की. इसके बाद दिनशा पटेल का जादू चला और वह कांग्रेस के टिकट पर लगातार 1996, 1999 और 2004 के आम चुनाव में जीते. 2009 में सीट का नाम बदलकर खेड़ा हो गया, बाजवूद इसके दिनशा पटेल की जीत का कारवां जारी रहा. लेकिन 2014 की मोदी लहर में वह भी सिमट गए और बीजेपी के देवू सिंह ने उन्हें हरा दिया.

2019 का जनादेश 

2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी देवु सिंह चौहान ने जीत दर्ज की, उन्हें 7,14,572 वोट मिले थे. तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी बिमल शाह को 3,47,427 वोट मिले थे. 18,277 मतदाताओं ने सभी कैंडिडेट को रिजेक्ट करते हुए नोटा का बटन दबाया.

2014 का जनादेश

इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी देवू सिंह चौहान को 5,68,235 (59.4%) वोट मिले थे और कांग्रेस प्रत्याशी दिनशा पटेल 3,35,334 (32.6%) वोट मिले थे. और निर्दलीय नेता रोशन शाह को 50,004 वोट से संतुष्ट होना पड़ा. 

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2019
2014
WINNER

Chauhan Devusinh

img
BJP
वोट7,14,572
विजेता पार्टी का वोट %65 %
जीत अंतर %33.4 %

अन्य उम्मीदवार

  • नाम
    पार्टी
    वोट
  • Bimal Shah

    INC

    3,47,427
  • Nota

    NOTA

    18,277
  • Bhailalbhai Kalubhai Pandav

    BSP

    7,461
  • Pathan Imtiyazkhan Saeedkhan

    ADPT

    4,856
  • Pathan Ayashabanu

    ANC

    2,176
  • Chauhan Parsottambhai Babarbhai

    YJJP

    2,100
  • Patel Kamleshkumar Ratilal

    HND

    1,764
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