Rajeev Bhardwaj
BJP
Anand Sharma
INC
Rekha Chaudhary
BSP
Nota
NOTA
Sanjay Sharma
IND
Dr Kehar Singh
IND
Jeevan Kumar
ABHPP
Narain Singh Dogra
HIMJP
Bhuvnesh Kumar
RDP
Dev Raj Bhardwaj
RTSMJD
Achal Singh
IND
BJP उम्मीदवार Rajeev Bhardwaj बने Kangra लोकसभा सीट के विजेता
BJP प्रत्याशी Rajeev Bhardwaj विशाल अंतर से जीत की ओर! अभी तक मिले 620006 वोट्स
Kangra Election Results: BJP प्रत्याशी Rajeev Bhardwaj ने बनाई बढ़त, नजदीकी प्रतिद्वंद्वी से 247103 वोटोंं से निकले आगे, जानें लेटेस्ट आंकड़े
BJP Rajeev Bhardwaj ने बनाई बढ़त, जानिए Kangra लोकसभा सीट का हाल
BJP प्रत्याशी Rajeev Bhardwaj विशाल अंतर से जीत की ओर! अभी तक मिले 617737 वोट्स
Kangra Election Results में BJP प्रत्याशी Rajeev Bhardwaj का दबदबा, मिले 500843 वोट
हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा लोकसभा सीट पर आज रविवार (19 मई) को मतदान कराया गया. इस सीट पर 11 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी किशन कपूर को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने पवन काजल को टिकट दिया. इस सीट पर मुख्यतौर पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधे मुकाबला है.
कांगड़ा लोकसभा सीट के अन्तर्गत राज्य की 17 विधानसभा सीटें - चुराह, चम्बा, डलहौज़ी, भटियात, नूरपुर, इन्दौरा, फतेहपुर, ज्वाली, ज्वालामुखी, जयसिंहपुर, सुलह, नगरोटा, कांगड़ा, शाहपुर, धर्मशाला, पालमपुर, बैजनाथ आती है. इस सीट पर वोटरों की संख्या 12.58 लाख है. इनमें 6.45 लाख पुरुष वोटर और 6.12 महिला वोटर है. 
बहरहाल, बाणगंगा और मांझी नदी के बीच बसा कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश की राजनीति में अहम दखल रखता है. कांगड़ा लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास बाकी सीटों की तरह है. पहले यह सीट कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी, बाद में बीजेपी का कमल खिला. अगर शुरुआत 1951 से की जाए तो कांग्रेस के हेमराज ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. वह लगातार चार बार (1951, 1957, 1962 और 1967) में सांसद रहे. 1971 में कांग्रेस के ही विक्रम चंद इस सीट से जीते. 1977 में यह सीट बीएलडी के खाते में चली गई और उसके प्रत्याशी दुर्गा चंद जीतने में कामयाब हुए. 1980 में कांग्रेस ने वापसी की और विक्रम चंद फिर जीते. 1984 में भी कांग्रेस अपने गढ़ को बचाने में कामयाब रही और चंद्रेश कुमारी जीतीं थी.
1989 में पहली बार इस सीट पर कमल खिला. शांता कुमार पहली बार जीतकर संसद पहुंचे. 1991 में वह मुख्यमंत्री थे, इसलिए इस सीट पर डीडी खनोरिया को बीजेपी ने मैदान में उतारा और वह जीतने में कामयाब हुए. इसके बाद कांग्रेस ने वापसी की और 1996 का चुनाव कांग्रेस के सत महाजन जीते. 1998 और 1999 में बीजेपी के शांता कुमार फिर जीते और अटल बिहारी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी बने. 2004 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर वापसी की और शांता कुमार को हराकर चंदर कुमार संसद पहुंचे. लेकिन बीजेपी ने कांगड़ा सीट पर कमल खिला दिया. 2009 के चुनाव में बीजेपी के रंजन सुशांत जीते थे.
इस इलाके की पूरी अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है. यहां चाय के बगान तो हैं ही, साथ में छोटे-मोटे कुटीर उद्योगों के जरिए लोग अपनी आजीविका चलाते हैं. हिमालय की गोद में होने के कारण यहां भी हिमाचल के बाकी हिस्सों की तरह सैलानी घूमने आते हैं. इस लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत सूबे की 17 विधानसभा सीटें आती है.
2019 का जनादेश
2019 लोकसभा चुनाव में कांगड़ा सीट से  बीजेपी के प्रत्याशी किशन कपूर ने जीत दर्ज की. उन्हें 7,25,218 वोट प्राप्त हुए.  तो वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी पवन काजल को 2,47,595 वोट ही मिल पाए और बीएसपी के डॉ खेहर सिंह को 8,866 वोट से संतुष्ट होना पड़ा. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा संसदीय सीट पर 69.45 फीसदी वोटिंग हुई थी.
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कांगड़ा लोकसभा सीट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. बीजेपी के कद्दावर नेता शांता कुमार ने कांग्रेस के चंदर कुमार को करीब 1.70 लाख वोटों से मात दी थी. शांता कुमार को 4.56 लाख और चंदर कुमार को 2.86 लाख वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के डॉ. रंजन सुशांत (24 हजार वोट) रहे. नोटा को 8704 वोट मिले थे. खास बात है कि ठीक इस चुनाव से पहले यानी 2009 में बीजेपी के टिकट पर लड़े डॉ. रंजन सुशांत 3.22 लाख वोटर पाकर सांसद बने थे, लेकिन वह 2014 में बागी हो गए और आम आदमी पार्टी से लड़े, लेकिन अपनी जमानत नहीं बचा पाए. 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां करीब 64 फीसदी मतदान हुआ था.
Pawan Kajal
INC
Nota
NOTA
Dr. Kehar Singh
BSP
Dr. Sanjiv Guleria
IND
Prem Chand Vishvakarma
NED
Bachan Singh Rana
IND
Nisha Katoch
IND
Subhash Chand
HIMJKP
Dr. Swaroop Singh Rana
SWAP
Col. Narinder Pathania
IND
Chander Bhan (baabla)
IND
Kairana Lok Sabha Election Result: कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने इकरा हसन को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, बीजेपी की ओर से प्रदीप चौधरी मैदान में हैं. पिछले चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी.
लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश में बीजेपी को इस चुनाव में तगड़ा झटका लगता दिख रहा है. यूपी में बीजेपी महज 33 सीटों पर सिमट गई है. जबकि समाजवादी पार्टी ने बड़ा उलटफेर कर दिया है औऱ वह 37 सीटों पर जीत गई है.
4 जून को लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना का दिन था. तमिलनाडु के दूसरे सबसे बड़े शहर कोयंबटूर में दिग्गजों के बीच कड़ा मुकाबला था. यहां बीजेपी के फायरब्रांड नेता और तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई हार गए. उनको डीएमके के उम्मीदवार पी गणपति राजकुमार ने हरा दिया.
दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से सभी की नजरें राजधानी की उत्तर-पूर्वी सीट पर टिकी हुई थीं. यहां पर बीजेपी के वर्तमान सांसद मनोज तिवारी और कांग्रेस के टिकट पर INDIA गठबंधन प्रत्याशी कन्हैया कुमार का सीधा मुकाबला था.