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छिंदवाड़ा लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 (Chhindwara Lok Sabha Election 2024)

चुनाव 2024 के उम्मीदवार

  • नाम
    पार्टी
    वोट
  • WON

    Bunty Vivek Sahu

    BJP

    644738
  • LOST

    Nakul Nath

    INC

    531120
  • LOST

    Deviram Bhalavi

    GGP

    55988
  • LOST

    Umakant Bandewar

    BSP

    11823
  • LOST

    Nota

    NOTA

    9903
  • LOST

    Kapil Soni

    RGP

    9638
  • LOST

    Siraj Shekh

    IND

    9568
  • LOST

    Pawanshah Saryam

    IND

    6621
  • LOST

    Subhash Shukla

    IND

    5769
  • LOST

    Rajendra Dongre

    IND

    4632
  • LOST

    Govind Bhalavi

    IND

    4029
  • LOST

    Mohd. Parvez Qureshi

    IND

    3828
  • LOST

    Ajay Barkade

    IND

    2495
  • LOST

    Kushwaha Rajesh Tantrik

    ANSP

    1698
  • LOST

    Prakash Parteti

    RSAMP

    1654
  • LOST

    Fogal Bansod

    RPI(A)

    1323
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छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है. यह क्षेत्र कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ रहा है. कमलनाथ साल 1980 से इस सीट से लोकसभा का चुनाव जीतते आ रहे हैं. इस बार इस सीट से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं.

44 साल के नकुल अपनी उम्मीदवारी से करीब 20 दिन पहले से ही छिंदवाड़ा में प्रचार में जुटे हैं. नकुल के साथ उनकी मां अलका नाथ बेटे का साथ निभा रही हैं. वो छिंदवाड़ा के लोगों से ये भी कह रही हैं कि नकुल आपके बेटे जैसा है, वह जब पांच साल के थे तब से यहां आ रहा है. अपने पिता कमलनाथ की तरह ही नकुल की पढ़ाई भी दून स्कूल से हुई है. उन्होंने अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की है.

सामाजिक ताना-बाना

छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में स्थित है. देश के कई नामी कंपनियों की फैक्ट्री इस शहर में है. छिंदवाड़ा को देश का सबसे पिछड़ा इलाका माना जाता था. लेकिन आज छिंदवाड़ा के पास विकास का अपना एक मॉडल है. इस शहर में कमलनाथ ने ना केवल सड़कों का जाल बिछाया बल्कि शहर को एक एजुकेशन हब के तौर पर भी विकसित किया. इसके अलावा उन्होंने स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट भी बनवाया है.

यहां पर उन्होंने 56 किमी लंबा रिंग रोड, कॉल सेंटर, मॉडल रेलवे स्टेशन बनवाया है. 2011 की जनगणना के मुताबिक छिंदवाड़ा की जनसंख्या 2090922 है. यहां की 75.84 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्र और 24.16 फीसदी शहरी क्षेत्र में रहती  है. छिंदवाड़ा में 11.11 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जाति और 36.82 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है. चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक 2014 के चुनाव में यहां पर 14,01,277 मतदाता थे. इनमें से 6,79,795 महिला मतदाता और 7,21,482 पुरुष मतदाता थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 79.03 फीसदी मतदान हुआ था.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

छिंदवाड़ा में पहला लोकसभा चुनाव साल 1951 में हुआ. पहले चुनाव में कांग्रेस के रायचंद भाई शाह को जीत मिली थी. 1957 और 1962 के चुनाव में भी कांग्रेस को जीत मिली. बीकूलाल लखमिचंद कांग्रेस के टिकट इन दोनों चुनावों में जीत हासिल करने में कामयाब हुए थे.वहीं 1967, 1971 और 1977 के चुनाव में गार्गीशंकर मिश्रा को जीत मिली.वह लगातार तीन बार इस सीट से सासंद बने.

इसके बाद 1980 में कांग्रेस की ओर से कमलनाथ मैदान में उतरे. उन्होंने अपने पहले ही चुनाव में जीत हासिल की और राजनीतिक करियर की एक शानदार शुरुआत की. कमलनाथ 1980 से लेकर 1991 तक हुए 3 चुनावों में जीत हासिल किए.

1996 के चुनाव में इस सीट पर कमलनाथ की पत्नी अलकानाथ लड़ीं. यहां की जनता ने उन्हें भी निराश नहीं किया और उन्होंने बीजेपी के चौधरी चंद्रभान सिंह को मात दी.

बता दें कि 1996 में हवाला कांड में नाम आने के बाद कांग्रेस ने कमलनाथ को टिकट नहीं दिया था. हालांकि बाद में कमलनाथ की पत्नी ने इस्तीफा दे दिया. जिसके कारण 1997 में यहां पर उपचुनाव हुआ.कमलनाथ एक बार फिर मैदान में उतरे.

उनके सामने बीजेपी के दिग्गज नेता सुंदरलाल पटवा थे. इस चुनाव में पटवा ने कमलनाथ के सपने को तोड़ दिया और इस सीट पर पहली बार कमलनाथ को हार मिली. हालांकि अगले साल 1998 में फिर चुनाव हुए और पटवा कमलनाथ से हार गए. 1998 से लेकर 2014 तक इस सीट पर हुए 5 चुनावों में सिर्फ और सिर्फ कमलनाथ का ही जादू चला है. बीजेपी ने उन्हें हराने की हर कोशिश की, लेकिन उसके सारे प्रयास नाकाम ही रहे.

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 7 सीटें आती हैं. जुन्नारदेव, सौंसर, पंधुरना, अमरवारा, छिंदवाड़ा, चुरई,पारसिया यहां की विधानसभा सीटें हैं. सभी 7 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है.

2014 का जनादेश

2014 के लोकसभा चुनाव में कमलनाथ को जीत मिली थी. उन्होंने बीजेपी के चौधरी चंद्रभान सिंह को हराया था. कमलनाथ को 5,59,755(50.54 फीसदी) वोट मिले थे तो वहीं चंद्रभान सिंह को 4,43,218(40.02 फीसदी) वोट मिले थे. यानी दोनों के बीच जीत हार का अंतर 1,16,537 वोटों का था.

2009 के लोकसभा चुनाव में भी कमलनाथ को ही जीत मिली थी. उन्होंने बीजेपी के मारोत रॉव को हराया था. कमलनाथ को इस चुनाव में 4,09,736(49.41 फीसदी) वोट मिले थे तो वहीं मारोत रॉव को 2,88,516(34.79 फीसदी) वोट मिले थे. कमलनाथ को इस चुनाव में 1,21,220 वोटों से जीत मिली थी.

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2019
2014
WINNER

Nakul Kamal Nath

img
INC
वोट5,87,305
विजेता पार्टी का वोट %47.1 %
जीत अंतर %3 %

अन्य उम्मीदवार

  • नाम
    पार्टी
    वोट
  • Nathansaha Kawreti

    BJP

    5,49,769
  • Manmohan Shah Batti

    ABGP

    35,968
  • Nota

    NOTA

    20,324
  • Gyaneshwar Gajbhiye

    BSP

    14,275
  • Hemendra (bunty) Gohar

    IND

    11,426
  • Subhash Shukla

    IND

    6,844
  • Advocate Rajkumar Saryam

    GGP

    4,706
  • Rameshwar Dhurve

    IND

    4,186
  • Dhaniram Yaduwanshi

    IND

    3,090
  • Dinesh Singh Uikey

    IND

    2,962
  • M. P. Vishwakarma (munna Prasad)

    RAPTY

    2,272
  • Jogilal Irpachi

    IND

    1,821
  • Uikey Ramdas

    IND

    1,659
  • Rajesh Tantrik

    ANSP

    1,424
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