Vishal Prakashbapu Patil
IND
Sanjay (kaka) Patil
BJP
Chandrahar Subhash Patil
SHS(UBT)
Allauddin Hayatchand Kazi
IND
Prakash Shivajirao Shendge
IND
Nota
NOTA
Pandurang Raosaheb Bhosale
BHJKP
Tipusulatan Sikandar Patavegar
BSP
Mahesh Yashwant Kharade
SWP
Ravindra Chandar Solankar
IND
Anand Shankar Nalage
BLP
Shashikant Gautam Deshmukh
IND
Satish Lalita Krishna Kadam
HJP
Suwarnatai Sudhakar Gayakwad
IND
Dattatray Pandit Patil
IND
Touhid Ilahi Momin
IND
Ajit Dhanaji Khandare
IND
Bandagar Nanaso Balaso
IND
Jalindar Machindra Thomake
IND
Sangram Rajaram More
IND
Dr Akash Vhatkar
IND
Sangli Lok Sabha Result Declared: Independent उम्मीदवार Vishal Prakashbapu Patil बने विजेता, मिले 571666 वोट
Sangli का ताजा हाल: Maharashtra की इस सीट पर Independent उम्मीदवार Vishal Prakashbapu Patil ने बनाई बढ़त
Sangli लोकसभा सीट पर Independent और BJP के बीच मुकाबला जारी, जानिए क्या है हाल
Sangli पर Independent और BJP आमने-सामने, जानिए ताजा हाल
Sangli सीट पर Independent उम्मीदवार Vishal Prakashbapu Patil आगे, दूसरे स्थान पर BJP कैंडिडेट
Sangli में Independent कैंडिडेट Vishal Prakashbapu Patil सबसे आगे, जानें मतगणना का लेटेस्ट अपडेट
सांगली, महाराष्ट्र राज्य का एक जिला है. यह शहर जिला मुख्यालय भी है. यह सतारा जिले, उत्तर में सोलापुर जिले, दक्षिण-पूर्व में कर्नाटक राज्य, कोल्हापुर जिले से दक्षिण-पश्चिम और पूर्व की ओर संकीर्ण हिस्से से रत्नागिरी जिले से घिरा है. यह महाराष्ट्र के दक्षिणी दिशा में स्थित है.
सांगली जिला वर्ना और कृष्णा नदियों के घाटियों में स्थित है. अन्य छोटी नदियां, जैसे वाराना नदी और पंचगंगा, कृष्णा नदी में बहती हैं. क्षेत्र की भूमि कृषि के लिए उपयुक्त है. 2011 की जनगणना के अनुसार सांगली जिले की जनसंख्या 2,822,143 थी.
यहां मौजूद सेंच्यूरी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जहां अगस्त से फरवरी तक पर्यटन का सबसे अच्छा मौसम होता है. सबसे लोकप्रिय पर्यटक गतिविधि सेेंच्यूरी में एक पहाड़ी की चोटी पर लंबी पैदल यात्रा होती है, जहां से कृष्णा नदी को गन्ने और अंगूर के खेतों से बहती है. इसके अलावा इस क्षेत्र में शिव के कई मंदिर हैं जो चालुक्य वंश के दौरान बनाए गए थे.
सांगली लोकसभा सीट पर लंबे समय तक कांग्रेस का वर्चस्व कायम रहा. 1962 से 2014 के बीच 52 वर्षों तक इस सीट पर कांग्रेस का शासन रहा. यहां तक कि आपातकाल के बाद जब कांग्रेस के बुरे दिन थे तब भी इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी को ही जीत मिली थी.
बता दें कि संजय पाटिल ने अपना राजनीतिक करियर युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के रूप में शुरू किया था. हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था.
सांगली लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीट आती हैं. जिसमें मिरज, सांगली, जाठ में बीजेपी, खानपुर में शिवसेना, फालुस काडेगांव में कांग्रेस और तासगांव-कवाथे महाकाल से एनसीपी के विधायक हैं.
2019 का जनादेश
भाजपा के संजयकाका पाटिल 5,08,995 वोटों से जीते
एसडब्ल्यूपी के विशाल पाटिल को 3,44,643 वोट मिले
वीबीए के गोपीचंद पडलकर को 3,00,234 वोट मिले
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर का ऐसा असर हुआ कि चुनावी समीकरण ही बदल गया और बीजेपी के संजय पाटिल ने जीत हासिल की. उन्हें 6,11,563 वोट मिले तो वहीं कांग्रेस के प्रतीक पाटिल को 3,72,271 वोट मिले. ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सामने सीट पर अपना जलवा कायम रखने की चुनौती है.
Vishal Prakashbapu Patil
SWP
Gopichand Kundlik Padalkar
VBA
Anand Shankar Nalage (patil)
BALP
Nota
NOTA
Shankar (dada) Mane
BSP
Himmat Pandurang Koli
IND
Dr. Rajendra Namdev Kavthekar
BMUP
Narayan Chandar Mulik
IND
Abhijit Wamanrao Awade Bichukle
IND
Bhaktraj Raghunath Thigale
IND
Adhikrao Sampat Channe
IND
Dattatray Pandit Patil
IND
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद शरद पवार अपने भतीजे अजित पवार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गये हैं. शरद पवार का दावा है कि एनसीपी केस में सुप्रीम कोर्ट की हिदायतों का अजित पवार ने बिलकुल भी पालन नहीं किया है.
लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच महाविकास अघाडी को महाराष्ट्र में बड़ा झटका लगा है. सांगली के दिग्गज कांग्रेस नेता विशाल पाटिल ने बगावत कर पार्टी के खिलाफ जाकर अपना नामांकनपत्र भरा है. यह सीट एमवीए गठबंधन के तहत शिवसेना (यूबीटी) के खाते में गई है.
महाराष्ट्र में 'इंडिया' गठबंधन में 5 सीटों पर पेच फंसा हुआ है. कांग्रेस पूर्व CM अशोक चव्हाण पर सीटें कम मिलने को लेकर ठीकरा फोड़ रही है. इसपर अशोक चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं में निर्णय लेने की क्षमता नहीं है, मुझे बलि का बकरा बनाने की कोशिश हो रही है. देखें ये रिपोर्ट.
कांग्रेस सांगली में 1957 से लगातार जीत रही है, जिसमें 2009 भी शामिल है, जब प्रतीक पाटिल जीते थे और उन्हें यूपीए-2 शासन के दौरान मंत्री बनाया गया था. लेकिन पार्टी 2014 के बाद से यह सीट भारतीय जनता पार्टी से हार रही है. संजय काका पाटिल यहां से दो बार के सांसद हैं, जो 2014 में एनसीपी से भाजपा में शामिल हुए थे.