लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टियों के बीच समझौते और रणनीतियों का दौर जारी है. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और आरएलडी के चीफ जयंत चौधरी की आज अहम बैठक हुई. लखनऊ में हुई इस बैठक में अखिलेश और जयंत ने लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया. सूत्रों के मुताबिक आरएलडी को अमरोहा, मेरठ, कैराना, मथुरा, बागपत, मुजफ्फरनगर और बिजनौर की सीट मिली है.
सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश में INDIA गठबंधन के तहत RLD को 7 सीटों की पेशकश की है. हालांकि आरएलडी गठबंधन के तहत 12 सीटों की मांग कर रही थी, लेकिन 7 सीटों पर आपसी सहमति बन गई है. 2019 में एसपी-बीएसपी गठबंधन के हिस्से के रूप में आरएलडी ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ा था और सभी सीटें बीजेपी से हार गई थी. आरएलडी ने 1.69% वोट शेयर हासिल किया था.
अखिलेश यादव ने X पर एक पोस्ट में कहा कि आरएलडी और एसपी के गठबंधन पर सभी को बधाई. आइए हम सभी जीत के लिए एकजुट हों. इस ट्वीट को रीपोस्ट करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए हमेशा तैयार हूं. हम उम्मीद करते हैं कि हमारे गठबंधन के सभी कार्यकर्ता हमारे क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए मिलकर आगे बढ़ेंगे.
RLD ने इन सीटों की मांग की
पश्चिमी उत्तर प्रदेश रालोद का गढ़ माना जाता है और आरएलडी 12 सीटों पर सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन इतनी सीटों पर बात नहीं बन रही, क्योंकि बाकी सीटों पर कांग्रेस चुनावी ताल ठोकना चाहती है. कैराना, मुज़फ़्फ़रनगर, बिजनौर, नगीना, अमरोहा, मेरठ, बुलन्दशहर, अलीगढ, हाथरस, फ़तेहपुर सीकरी, मथुरा और बागपत सीटों की मांग की गई. आरएलडी ने पिछले साल के यूपी विधानसभा चुनावों में कुल 403 सीटों में से 33 पर चुनाव लड़ा था और 2.85% वोट शेयर के साथ 8 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. खतौली उपचुनाव में एक जीत के साथ आरएलडी के विधायकों की संख्या 9 हो गई है.
65 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है सपा
यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं. सपा सुप्रीम अखिलेश पहले ही कह चुके हैं कि यूपी में इंडिया गठबंधन को समाजवादी पार्टी ही लीड करेगी. इसके साथ ही सपा यूपी की 65 सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी कर रही है. सपा की कोशिश है कि कांग्रेस और आरएलडी को 15 सीटों पर मना लिया जाए.
2019 में 5 सीटें जीती थीं सपा ने
साल 2019 के चुनाव की बात करें तो सपा, बसपा और आरएलडी गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरी थीं. सपा ने 37 और बसपा ने 38 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. आरएलडी के हिस्से तीन सीटें आई थीं.तब सपा ने 18.1 फीसदी वोट शेयर के साथ 37 में से पांच सीटें जीती थीं. आरएलडी को तीन सीटों पर 14 लाख 47 हजार 363 वोट मिले थे. पार्टी का वोट शेयर 1.7 फीसदी रहा था, लेकिन जयंत चौधरी अपनी सीट भी हार गए थे. वहीं, कांग्रेस ने यूपी की 80 में से 67 सीटों पर कैंडिडेट उतारे थे. पार्टी ने 6.4 फीसदी वोट शेयर के साथ केवल एक सीट ही जीती थी.