देश में चुनाव हैं और पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर सियासत गरमा गई है. गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर दोहराया कि पीओके भारत का अभिन्न हिस्सा है. उनके इस बयान पर कांग्रेस ने तंज कसा है और केंद्र सरकार को चुनौती दी है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, अमित शाह ने दावा किया था कि PoK को हिन्दुस्तान में शामिल करेंगे. मैं पूछना चाहता हूं कि आप PoK से एक सेब लाने में सफल हुए हैं? PoK से कम से कम एक सेब तो लाकर दिखाओ. चुनाव के समय ये लोग बड़ी बड़ी-बातें कहते रहते हैं. अभी तो बड़ी-बड़ी बातें मोदी भी करेंगे. चुनावी रैली में आने दीजिए. सिर्फ लोगों को गुमराह करते हैं.
कश्मीर के हालात बदलने को लेकर अमित शाह के बयान पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, गृह मंत्री से पूछें कि वो चुनाव (जम्मू कश्मीर में) क्यों नहीं करा रहे हैं? टीवी स्टूडियो में बड़े-बड़े दावे करना आसान है लेकिन हम सब जानते हैं कि कश्मीर में जमीनी हालात क्या हैं. लद्दाख में उबाल है. सोनम वांगचुक पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन कोई उनकी बात नहीं सुन रहा है, बल्कि ऐसे खोखले वादे कर रहे हैं. गृह मंत्री को चुनाव कराना चाहिए.
अधीर रंजन ने क्या कहा है?
अधीर रंजन चौधरी से सवाल किया गया कि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि कश्मीर को कोई बचा सकता है तो वो सिर्फ पीएम मोदी हैं? इस पर चौधरी ने कहा, अमित शाह ने सदन में दावा किया था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को हिंदुस्तान में शामिल किया जाएगा. मैं सिर्फ ये पूछना चाहता हूं कि अमित शाह और उनकी सरकार क्या पीओके से पेड़ से एक सेब खींचकर हिंदुस्तान लाने में सफल हुई है? कम से कम सेब के पेड़ से एक सेब लाकर तो दिखाओ. पीओके हमारे कब्जे में आएगा? चुनाव के समय बड़ी-बड़ी बातें कहना बड़ा आसान होता है. इसलिए ये बड़ी-बड़ी बातें कहते रहेंगे. ये तो कुछ नहीं है. इससे भी बड़ी-बड़ी बातें सामने आएंगी. थोड़ा रुको. पीएम साहब को मैदान में उतरने दो, कितने बड़े-बड़े भाषण होंगे. लोगों को गुमराह करने और बरगलाने के लिए सारी तैयारी हो रही है. ये तो उनकी शुरुआत है.
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर से AFSPA हटाने और सिविलियन इलाकों से सेना की वापसी... अमित शाह ने बताया अगला प्लान
गृह मंत्री अमित शाह ने पीओके को लेकर क्या कहा है?
गृह मंत्री अमित शाह पीओके को लेकर अलग-अलग मंचों के अलावा संसद में भी बयान दे चुके हैं. शाह का कहना है कि बीजेपी और पूरी संसद का मानना है कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है. मुस्लिम भाई भी भारतीय हैं और पीओके में रहने वाले हिंदू भाई भी भारतीय हैं और पाकिस्तान ने जिस जमीन पर अवैध कब्जा किया है, वो भी भारत की है. इसे वापस पाना हर भारतीय, हर कश्मीरी का लक्ष्य है. शाह का संकेत था कि इसे अपने वक्त पर वापस लिया जाएगा. इसके लिए एक लंबी प्रक्रिया है. जब अनुच्छेद 370 हटाया गया था, तब भी गृह मंत्री ने संसद में पीओके को लेकर बयान दिया था.
शाह ने आगे कहा, जो लोग इस्लाम के बारे में बात करते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि मरने वालों में 85 फीसदी हमारे मुस्लिम भाई-बहन थे. शाह ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं से पाकिस्तान की साजिशों से दूर रहने को भी कहा. उन्होंने कहा, आज पाकिस्तान भूख और गरीबी की मार से घिरा हुआ है और वहां के लोग भी कश्मीर को स्वर्ग के रूप में देखते हैं. मैं सभी को बताना चाहता हूं कि अगर कोई कश्मीर को बचा सकता है तो वो प्रधानमंत्री मोदी हैं. गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार शहीदों के परिजनों को नौकरी देकर सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा रही है. उन्होंने कहा, आज एक भी शहीद का परिवार बिना नौकरी के नहीं बचा है.
यह भी पढ़ें: पीओके पर घमासान, अधीर रंजन बोले- हिम्मत है तो 2024 से पहले PoK छीनकर दिखाओ, सारा देश BJP को वोट देगा
इससे पहले भी अधीर रंजन दे चुके बयान
अधीर रंजन चौधरी ने 7 दिसंबर 2023 को भी एक बयान दिया था. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को हिंदुस्तान का बहादुर बताकर तंज कसा था. चौधरी ने कहा था, पीओके से एक सेब लाकर दिखाओ. अगर हिम्मत है तो 2024 के चुनाव से पहले पीओके को छीन लो. सारे देश के वोट बीजेपी को मिलेंगे.
चौधरी ने कहा, कम से कम पीओके से एक सेब लाकर तो दिखाओ और कहो कि हां, हमने करके दिखाया है. पीओके का सीना चीरकर चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर बन रहा है. इस मसले पर मोदीजी और अमित शाह क्यों चुप्पी साधे हैं. जी-7, जी-20, शंघाई समिट में जाते हो, क्यों नहीं प्रयास किया जा रहा है. पीओके छीनकर लाकर दिखाओ. जो कांग्रेस नहीं कर पाई, वो काम करके दिखाओ. वहां से कम से कम एक सेब तो लाया करो. यहां बड़ी-बड़ी बहादुरी करते हैं. लद्दाख में अतिक्रमण हो चुका है. गलवान की घटना सबको पता है.
यह भी पढ़ें: India Today Conclave 2024: पीओके भारत का हिस्सा, वहां का हिंदू भी हमारा, मुसलमान भी हमाराः अमित शाह
'दोनों बहादुर हैं देश के...
'उन्होंने पूछा था- तब हमारे प्रधानमंत्री क्या कर रहे थे. उनको याद दिलाना चाहते हैं. दम है या हिम्मत है, दोनों बहादुर हैं देश के... ये बहादुरी की बातें करते हैं... HUMPTY DUMPTY दोनों जाकर पीओके छीनकर हमारे कब्जे में लाएं. क्योंकि सदन के अंदर बात कहकर गए थे. 1993 में इस पर ऑल पार्टी रिजोलेशन भी लाया गया था. चुनाव 2024 में है. चुनाव के पहले पीओके छीनकर लाओ. सारे हिंदुस्तान के वोट तुम्हें मिलेंगे.
(रिपोर्ट- गोपाल ठाकुर)