राजस्थान की बड़मेर लोकसभा सीट इन दिनों काफी चर्चा में है. यहां का त्रिकोणीय मुकाबला इस सियासी जंग को बेहद अहम बना रहा है. दरअसल, इस सीट में टक्कर 3 प्रत्याशीयों के बीच मानी जा रही है. बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को इस सीट से दोबारा मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने उम्मेदाराम बेनीवाल को प्रत्याशी बनाया है. इन दोनों प्रत्याशियों के बीच निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी भी टक्कर में बने हुए हैं.
इस त्रिकोणीय चुनाव को लेकर जब आज तक के सहयोगी लल्लनटॉप ने बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया कि रविंद्र भाटी को मनाने को लेकर उनसे बात हुई थी, वह मान भी गए थे, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया. हालांकि, यह उनका निर्णय है, इस पर प्रश्नचिन्ह लगाना ठीक नहीं. उन्होंने कहा,'किसी की महत्वाकांक्षा ज्यादा किसी की कम होती है. कोई मानता है कोई नहीं मानता है.'
'विकास-राष्ट्रवाद के नाम पर मिलेगा वोट'
कैलाश चौधरी ने दावा किया कि चुनाव एक तरफा बीजेपी के पक्ष में है. पिछली बार भी जब चुनाव हुआ था, तब भी उन्होंने आराम से चुनाव लड़ा था. उन्हें जनता पर भरोसा है. जनता राष्ट्रवाद और विकास के नाम पर वोट देगी. रिजल्ट पिछली बार से भी अच्छा आएगा. पिछली सरकार में मोदी सरकार ने कांग्रेस के गड्ढों को भरने का काम किया था. इस कार्यकाल में विकास की नींव रखी गई. इस बार के कार्यकाल में विकास की इमारत बनने जा रही है.'
संसदीय क्षेत्र में विकास के क्या काम किए
अपने संसदीय क्षेत्र में काम करने को लेकर कैलाश चौधरी ने कहा,'बाड़मेर जैसलमेर में काम किया है. 300 से ज्यादा नए डाकघर स्वीकृत कराए हैं. 200 से ज्यादा नए टावर लगवाए हैं. जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल लगवाए हैं. उन्होंने कहा कि वे कोरोनाकाल में सभी अस्पतालों में पहुंचे थे. ऑक्सीजन सिलेंडर बुलवाए थे. सीएसआर के फंड से ऑक्सीजन के प्लांट लगवाए थे.
'तानाबाना चलते रहना चाहिए'
उन्होंने आगे कहा,'मैं किसी का नाम लेकर उस पर आरोप-प्रत्यारोप नहीं करता. मैं तो बस इतना ही चाहता हूं कि हमारा आपस का तानाबाना चलते रहना चाहिए. यहां प्रत्याशियों के नामांकन में जो भीड़ आई है, वह दूसरी जगहों से बुलाई गई है. ऐसा लोग कह रहे हैं. पूरे बाड़मेर के साथ अब शिव क्षेत्र के विकास का जिम्मा भी मेरा ही है.'