बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी की तरफ से अब तक कुल 267 नामों की घोषणा की गई है. इस बीच गुजरात में टिकट को लेकर बीजेपी में बड़ा सियासी घटनाक्रम देखने को मिला. कारण, वडोदरा से लगातार तीसरी बार रंजनबेन भट्ट को टिकट मिलने पर विरोध करने वाली बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ ज्योतिबेन पंड्या को पार्टी ने सस्पेंड कर दिया. हालांकि बीजेपी की तरफ कार्रवाई का कोई कारण नहीं बताया गया है.
दरअसल, वडोदरा की पूर्व मेयर और वर्तमान में राष्ट्रीय महिला मोर्चा में उपाध्यक्ष डॉ. ज्योति पंड्या का नाम इस बार लोकसभा के दावेदारों में था. बुधवार को बीजेपी ने अपनी दूसरी लिस्ट में गुजरात से कुल सात नामों का ऐलान किया. इसमें पार्टी ने वडोदरा से तीसरी बार मौजूदा सांसद रंजनबेन भट्ट को टिकट दिया है. इसको लेकर ज्योति पंड्या ने मोर्चा खोल दिया और इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि लगातार तीसरी बार क्यों टिकट दिया गया. दूसरे कार्यकर्ताओं को मौका क्यों नहीं दिया गया?
28 साल से बीजेपी में कार्यरत रही ज्योतिबेन पंड्या पार्टी से इस्तीफा देती, उससे पहले ही पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया. ज्योतिबेन पंड्या गुजरात महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं. वह लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए कलस्टर की इंचार्ज थीं. वह तीन लोकसभा सीटों की क्लस्टर इंचार्ज थीं. लेकिन अब पार्टी ने उन्हें सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया गया है.
पार्टी से सस्पेंड किए जाने के बाद वडोदरा की पूर्व मेयर पंड्या ने कहा, 'मुझे पार्टी नेतृत्व या पार्टी की विचारधारा से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मैं यह नहीं समझ पा रही हूं कि पार्टी की ऐसी क्या मजबूरी है कि उनको (रंजन भट्ट) तीसरी बार टिकट दिया गया है.”
पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "सूरत विकसित हुआ है, अहमदाबाद बहुत विकसित हुआ है, लेकिन वडोदरा पिछड़ा हुआ है. सांसद ने शहर के विकास के लिए क्या किया है? मैंने कई वर्षों तक पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की है और उम्मीद कि थी कि मैं वडोदरा से लोकसभा टिकट पाने की दौड़ शामिल हूं.