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'बूथ जीतो, चुनाव जीतो...', लोकसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को बीजेपी का नया प्लान

उत्तर प्रदेश में 80 सीटें जीतने का लक्ष्य तय करने वाली बीजेपी बूथ मैनेजमेंट पर खासा जोर दे रही है. इसके लिए पार्टी ने हर बूथ पर बूथ कमेटी का गठन किया है और हर बूथ पर मतदाता सूची के जरिए हर घर के एक-एक मतदाता की पहचान की जाएगी. पार्टी बूथ समिति के सदस्यों और कार्यकर्ताओं के समूहों को भी प्रेरित करने का प्रयास करेगी ताकि मतदाताओं को समूहों में अपने घरों से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया जा सके.

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बीजेपी वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने में जुट गई है.
बीजेपी वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने में जुट गई है.

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पिछली बार की तुलना में कम मतदान से सतर्क बीजेपी अब आने वाले चरणों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अपने बूथ प्रबंधन को मजबूत करेगी. पार्टी मतदाताओं को घर से निकलकर बूथ पर जाकर वोट डालने के लिए प्रेरित करने के लिए बूथ समितियों और पन्ना प्रमुखों को सक्रिय करेगी. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में आठ सीटों पर 61.11 फीसदी वोटिंग हुई, जबकि साल 2019 में इन सीटों पर 66.41 फीसदी वोटिंग हुई थी.

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उत्तर प्रदेश में 80 सीटें जीतने का लक्ष्य तय करने वाली बीजेपी बूथ मैनेजमेंट पर खासा जोर दे रही है. इसके लिए पार्टी ने हर बूथ पर बूथ कमेटी का गठन किया है और हर बूथ पर मतदाता सूची के जरिए हर घर के एक-एक मतदाता की पहचान की जाएगी. पार्टी बूथ समिति के सदस्यों और कार्यकर्ताओं के समूहों को भी प्रेरित करने का प्रयास करेगी ताकि मतदाताओं को समूहों में अपने घरों से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया जा सके ताकि भाजपा के पक्ष में मतदान बढ़ाया जा सके.

मतदान के दिन पार्टी कार्यकर्ता बूथ पर नियमित अंतराल पर जांच भी करेंगे कि कितने मतदाता वोट डालने के लिए बचे हैं. उसी आधार पर उनसे वोट देने का आग्रह किया जाएगा. पन्ना प्रमुखों को भी निर्देश दिया जाएगा कि वे लोगों को गर्मी सहते हुए मतदान करने के लिए प्रेरित करें. मतदाता सूची के हर पन्ने के लिए पन्ना प्रमुख नियुक्त किया गया है. पन्ना प्रमुख की यह जिम्मेदारी है कि वह संबंधित पन्ने के मतदाताओं से नियमित रूप से संपर्क एवं संवाद करें और उन्हें मतदान के दिन वोट डालने के लिए प्रेरित करें.

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इसके साथ ही बीजेपी किसान मोर्चा भी गांवों में किसानों के बीच जाकर उनसे गेहूं की कटाई में व्यस्त होने के बावजूद कुछ समय निकालकर वोट करने का अनुरोध करेगा. दूसरी ओर, बीजेपी हर लोकसभा क्षेत्र में बूथ अध्यक्षों का सम्मेलन कर रही है, जिसे उपमुख्यमंत्री से लेकर राज्य सरकार के मंत्री और पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी संबोधित कर रहे हैं.

रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर हुई बीजेपी प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में पहले चरण के चुनाव में कम मतदान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. इसके पीछे गर्मी और गेहूं की कटाई जैसे कारण बताए गए. आने वाले चरणों में वोटिंग बढ़ाने को लेकर भी चर्चा हुई. बीजेपी अब बूथ कमेटियों को और सक्रिय करने पर जोर देगी.

पार्टी इस लोकसभा चुनाव में पंचायत चुनाव की तर्ज पर बूथ को सक्रिय करने पर काम कर रही है. इस मामले पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है जो चुनाव के लिए माइक्रो लेवल पर तैयारी करती है. मतदाताओं को चुनाव में मतदान करने के लिए प्रेरित करने का काम मतदाता सूची के हर पन्ने पर जिम्मेदारी सौंपकर जमीनी स्तर पर किया जाता है. बूथ जीतो, चुनाव जीतो की तर्ज पर बीजेपी इस चुनाव में पूरी ताकत के साथ मैदान में है."

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