बहुजन समाज पार्टी अमेठी और रायबरेली में भी अपने उम्मीदवार उतारेगी. बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि पहले भी अमेठी और रायबरेली में उम्मीदवार उतारते रहे हैं और इस बार भी वह कांग्रेस और गांधी परिवार के गढ़ में अपने कैंडिडेट देने जा रही है. बता दें कि, बीएसपी सुप्रीमो सच्चिदानंद पांडेय को अयोध्या में अपना उम्मीदवार बना सकती है. इस बार में बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि, बसपा प्रमुख की तरफ से निर्देश आते ही इस पर अमल किया जाएगा.
बता दें कि सच्चिदानंद पांडेय सचिन ने हाल ही में भाजपा से अपना इस्तीफा दिया है. 13 मार्च को उन्होंने बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा दिया. इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि वो बीएसपी की टिकट पर अयोध्या लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. इस बारे में जब विश्वनाथ पाल से पूछा गया कि ब्राह्मण कैंडिडेट क्यों तो उन्होंने कहा, बहुजन समाज पार्टी सर्वसमाज की भागीदरी की बात करती है. इसलिए अगर पांडेय को बतौर उम्मीदवार उतारा जाता है तो इसमें कोई बड़ा बात नहीं होगी. इसमें किसी को किसी पार्टी से तोड़ कर लाने की बात नहीं है, अगर इस आधार पर देखें तो बीजेपी तो ज्यादातर लोगों को हमसे तोड़कर ले जा रही है और उन्हें चुनाव में लड़ा रही है.
विश्वनाथ पाल ने यह भी कहा कि, ये देश विभिन्न धर्मों का देश है, राजनीति में धर्म को नहीं लाना चाहिए. मेरा ये मानना है कि इस देश में विकास कैसे होगा, भाईचारा कैसे बढ़ेगा. रोजगार कैसे मिलेगा, किसान को अच्छी आय कैसे मिलेगी. वोट इस पर जाना चाहिए, और वोट इस पर जाएगा. गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि, लगातार बसपा प्रमुख कह रही हैं कि बसपा अकेले लड़ेगी और मजबूती से लड़ेंगे. समाज का गठबंधन बड़ा गठबंधन होता है. इसके आगे कुछ काम नहीं आता है. गठबंधन की बातें बेसिर पैर की हैं. उन्होंने कहा कि वह अमेठी और रायबरेली से भी उम्मीदवार उतारेंगे.