विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस अब आगामी लोकसभा चुनाव के ज़रिए वापसी की तैयारियों में जुट गई है. इसी बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ के खिलचीपुर शहर में कहा कि चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि मैं राज्यसभा का सदस्य हूं और अभी भी (राज्यसभा कार्यकाल के) दो साल से ज्यादा बचे हैं.
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह ने हाल ही में जिला कांग्रेस अध्यक्षों की बैठक ली थी. इस बैठक में कांग्रेस के सीनियर नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ाने और विधानसभा चुनाव में हार चुके कुछ नेताओं को लोकसभा का टिकट देने पर चर्चा हुई है. इसके मुताबिक कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया जैसे सीनियर लीडर्स के अलावा तरुण भनोट, कमलेश्वर पटेल, हीना कांवरे जैसे विधानसभा चुनाव हार चुके नेताओं को भी लोकसभा चुनाव लड़ाने की चर्चा हुई है.
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने 2019 में भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा की प्रज्ञा सिंह ठाकुर से 3.65 लाख वोटों के अंतर से हार गए थे. उनके लिए कम्प्यूटर बाबा और मिर्ची बाबा ने अनुष्ठान भी किए थे. इसके बाद भी वह चुनाव नहीं जीत पाए थे.
दिग्विजय सिंह का गढ़ राघौगढ़, राजगढ़ लोकसभा सीट में ही आता है. राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र (गुना जिला) में आता है. उन्हें 2020 में राज्यसभा भेजा गया था.
उन्होंने कहा कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार का फैसला कांग्रेस पार्टी करेगी. मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर बीजेपी और एक पर कांग्रेस का कब्जा है. पिछले साल एमपी में हुए विधानसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था.