कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल की बहू अर्चना पाटिल चाकुरकर शनिवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं. यह घटनाक्रम देश में 19 अप्रैल से शुरू होने वाले लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले हुआ है. उन्होंने शुक्रवार को दक्षिण मुंबई में अपने आधिकारिक आवास 'सागर' में देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी.
अर्चना पाटिल चाकुरकर ने पहले कहा था कि उन्होंने सोमवार को शिवराज पाटिल के करीबी सहयोगी और राज्य के पूर्व मंत्री बसवराज मुरुमकर के साथ भाजपा में शामिल होने की योजना बनाई थी, लेकिन अपनी बेटी की शादी के कारण उन्होंने योजना स्थगित कर दी. वह उदगीर में लाइफकेयर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की चेयरपर्सन हैं और उनके पति शैलेश पाटिल कांग्रेस के राज्य सचिव हैं. शिवराज पाटिल 2004 से 2008 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में केंद्रीय गृह मंत्री थे.
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'शिवराज पाटिल की राजनीतिक विरासत लेकर आई हैं अर्चना'
देवेंद्र फडणवीस ने अर्चना पाटिल का बीजेपी में स्वागत करते हुए कहा कि उनके शामिल होने से पार्टी मजबूत होगी. उन्होंने कहा, 'शिवराज पाटिल बहुत ताकतवर नेता हैं. आज उनके परिवार से अर्चना पाटिल हमारी पार्टी में आ रही हैं, ये बड़ी बात है. शिवराज पाटिल के पास एक बड़ी राजनीतिक विरासत है. अर्चना उस विरासत को लेकर आई हैं. इससे पार्टी मजबूत होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वह प्रभावित हैं और उनके कार्यों से प्रेरित होकर वह पार्टी में शामिल हुई हैं. हमने उनसे 2019 में ही लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा था.' महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव पांच चरणों में होंगे- 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई. वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
महायुति में 4 से 5 सीटों पर अभी चर्चा चल रही: देवेंद्र फडणवीस
महायुति में सीट शेयरिंग को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 4 से 5 सीटों पर अभी चर्चा चल रही है. यह कोई बड़ी समस्या नहीं है, दो दिन में समाधान हो जाएगा. लातूर सदर से कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे अमित देशमुख के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को देवेंद्र फडणनवीस ने खारिज कर दिया. उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा, 'अमित देशमुख या अंबादास दानवे दोनों ही हमारे संपर्क में नहीं हैं. आज कोई और शामिल नहीं होगा. मराठवाड़ा से एक बड़ा नेता पहले ही पार्टी में शामिल हो चुका है. कोई दूसरा बड़ा नेता नहीं बचा.'
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उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र संसद के निचले सदन में सबसे ज्यादा सांसद चुनकर भेजता है. महाराष्ट्र अपनी राजनीतिक विविधता और महत्वपूर्ण चुनावी प्रभाव के लिए जाना जाता है, और यह राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी इस बार गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो बीजेपी महाराष्ट्र की 28, शिवसेना 14 और एनसीपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. साल 2019 के आम चुनावों में महाराष्ट्र में भाजपा ने सबसे अधिक सीटें (23) जीती थीं, उसके बाद शिवसेना 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी.