लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चुनाव कराने की मांग की है. डेरेक ने कहा,'भाजपा की गंदी चालें चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को नष्ट कर रही हैं. क्या भाजपा लोगों का सामना करने से इतनी घबरा गई है कि वह विपक्ष को निशाना बनाने के लिए चुनाव आयोग को पार्टी कार्यालय में बदल रही है? चुनी गई राज्य सरकारों के अधिकारियों का ट्रांसफर किया जा रहा है. इसलिए चुनाव सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होना चाहिए.'
बता दें कि पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर TMC अकेले चुनाव लड़ रही है. हालांकि, पहले लंबे समय तक यह कयास लगाए जाते रहे कि पश्चिम बंगाल में INDIA ब्लॉक मिलकर चुनाव लड़ेगा. पहले ही सीएम ममता बनर्जी की ओर से कह दिया गया था कि टीएमसी राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी.
TMC के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं
एक समय ऐसा भी आया, जब कहा गया कि दोनों के बीच सीटों को लेकर बातचीत चल रही है, लेकिन आखिर में डेरेक ओब्रायन ने कहा कि पार्टी के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं आया है. पश्चिम बंगाल की सभी 42 लोकसभा सीटों पर टीएमसी अकेले चुनाव लड़ेगी.
अधूरी रह गई सीट बंटवारे की बात
बता दें कि कांग्रेस के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी लगातार TMC के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. संदेशखाली के मामले में जब टीएमस सब तरफ से घिर रही थी तो अधीर रंजन चौधरी ने भी तृणमूल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. सूत्रों का दावा है कि पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की वजह से चीजें विफल हो गईं और पश्चिम बंगाल में सीट-बंटवारे की बातचीत अधूरी रह गई. राज्य में गठबंधन नहीं चल पाने के लिए ममता की पार्टी ने सीधे तौर पर अधीर को जिम्मेदार ठहराया है.