बाहुबली धनंजय सिंह इन दिनों लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. 1 मई को जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया था. इससे कुछ दिनों पहले ही बहुजन समाज पार्टी ने उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी का जौनपुर लोकसभा सीट से टिकट काट दिया था. हालांकि बाद में उनका टिकट काट दिया गया. इसके बाद उन्होंने बीजेपी को अपना समर्थन देते हुए अपने समर्थकों से बीजेपी प्रत्याशी के लिए वोट देने की अपील की.
इस सबके बीच धनंजय सिंह ने आजतक से खास बातचीत की. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी जौनपुर बड़े मार्जिन से जीत रही है. साथ ही मायावती को लेकर भी बड़ा बयान दिया. धनंजय सिंह ने कहा कि बीजेपी को जौनपुर में सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है और जौनपुर में बीजेपी अब बड़े मार्जिन से जीतेगी. मेरे सभी समर्थक बीजेपी को खुलकर वोट कर रहे हैं. यहां तक कि भाजपा के लोग भी वोट कर रहे हैं.
क्षत्रियों की बीजेपी के खिलाफ नाराजगी पर धनंजय सिंह ने कहा कि नाराजगी हुई थी जो कि गुजरात से शुरू हुई लेकिन अब वह नाराजगी नहीं है. मुझे लगता है सभी क्षत्रियों को ही टारगेट करते हैं, चाहे फिल्मों के माध्यम से हो या सियासत के माध्यम से. लेकिन क्षत्रियों ने कभी किसी को टारगेट नहीं किया. हम सोचते हैं कि हमें एक यादव अगर वोट देता है तो मैं 10 यादव का वोट लूं, लेकिन कई बिरादरियां क्षत्रियों को गाली देकर ही अपनी सियासत बनना चाहती हैं.
'मायावती के एक आत्मघाती कदम से सब खत्म'
इस दौरान धनंजय सिंह ने बसपा प्रमुख मायावती को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि मायावती एक बहुत बड़ी नेता थीं. अगर वह देश में दौरे पर निकल पड़तीं, तो आज बसपा सबसे बड़ी पार्टी होती. लेकिन आकाश आनंद ने जिस तरीके से पार्टी को बढ़ाना शुरू कर दिया था, अपने काडर और कार्यकर्ताओं में जोश भरना शुरू कर दिया था, मायावती के एक आत्मघाती कदम से सब खत्म होता दिख रहा है. जिस तरीके से आकाश आनंद चुनाव प्रचार कर रहे थे, 2027 में बीएसपी को बहुत बड़ा लाभ होने वाला था. लेकिन यह नुकसान हो गया. मायावती जितनी जल्दी आकाश आनंद को लाएं, उनकी पार्टी के लिए उतना ही बेहतर होगा.
'अनुप्रिया जी को ऐसा बोलने से बचना चाहिए था'
कुंडा में राजा भैया पर अपना दल नेता अनुप्रिया पटेल के निशाना साधने के सवाल पर धनंजय सिंह ने कहा कि अनुप्रिया जी ने जो बात कही कि रानी के पेट से राजा पैदा नहीं होता तो इस बात का अब कोई मतलब नहीं है, क्योंकि राजा भैया ने उनका बहुत संयमित तरीके से और शालीन तरीके से बहुत अच्छा जवाब दिया. अगर किसी भी समाज के बारे में कुछ कहा जाता है, तो उसे समाज को चोट लगती है. मुझे लगता है अनुप्रिया जी को ऐसा बोलने से बचना चाहिए था.