एक्टर से लीडर बनीं कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने उस समय गलती कर दी, जब वो "मछली खाने" के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करना चाह रही थीं. इस दौरान उन्होंने अपनी ही पार्टी बीजेपी के नेता तेजस्वी सूर्या का नाम ले लिया. यह घटना तब हुई, जब कंगना शनिवार को हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट इलाके में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रही थीं.
विपक्ष की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, "बिगड़ैल 'शहजादों' की पार्टी है. उन्हें खुद नहीं पता कि कहां जाना है. चाहे वह राहुल गांधी हों, जो चंद्रमा पर आलू उगाना चाहते हैं, या तेजस्वी सूर्या, जो गुंडागर्दी करता है और मछली खाता है.”
जैसे ही कंगना रनौत की गलती का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तेजस्वी यादव ने इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा, "ये मोहतरमा कौन हैं?"
तेजस्वी यादव को क्यों निशाने पर लेना चाहती थीं कंगना?
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पिछले महीने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करने के बाद विवादों में घिर गए थे. इसमें वो और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) चीफ मुकेश सहनी को चुनाव प्रचार के बाद हेलीकॉप्टर में तली हुई मछली और रोटियां खाते हुए नजर आए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के दिग्गजों ने वीडियो कंटेंट के लिए तेजस्वी की आलोचना की क्योंकि यह वीडियो नवरात्रि के दौरान पोस्ट किया गया था.
बाद में तेजस्वी यादव ने सफाई दी कि वीडियो हफ्ते भर चलने वाले नवरात्रि उत्सव शुरू होने से पहले शूट किया गया था.
कांग्रेस के पुराने नेताओं पर कंगना का आरोप
चुनावी रैली में कंगना रनौत ने न सिर्फ गलती की, बल्कि दिवंगत नेताओं सहित कांग्रेस पर भी हमला बोला, जिसके चलते पार्टी ने उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है.
इस दौरान कंगना रनौत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू अपने समय के अंबानी थे लेकिन कोई नहीं जानता कि उनकी संपत्ति और धन कहां से आया. वह अंग्रेजों के करीबी थे और उनके पास संपत्ति कहां से आई यह आज भी एक रहस्य है.
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इसके अलावा कंगना रनौत ने कहा, "कोई नहीं जानता कि जवाहरलाल नेहरू कैसे प्रधानमंत्री बने क्योंकि वोटिंग सरदार वल्लभभाई पटेल के पक्ष में थी. तब से, वंशवादी शासन के इस दीमक ने देश को संक्रमित कर दिया है. एक तरफ, हमारे पास 'तपस्वियों की सरकार' (बीजेपी सरकार) है, और दूसरी तरफ हमारे पास 'भोगियो की सरकार' (कांग्रेस) है, 'शहजादों' के छोटे-छोटे गिरोहों से बनी है. एक दिल्ली में है और दूसरा यहां (हिमाचल प्रदेश में) है.''