लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इंटरनेशनल बॉक्सर विजेंदर सिंह बुधवार को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की उपस्थिति में विजेंदर ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद विजेंदर सिंह ने आजतक से खास बातचीत की और कहा कि मैं कांग्रेस कर तकरीबन 4 साल तक रहा. बहुत सारी चीजें मैंने दिखी वहां रहकर, लेकिन मुझे लगा कि हमारी भारतीय जनता पार्टी सबसे अच्छी है. मैंने पार्टी बदली, लेकिन मैं वहीं विजेंदर सिंह हूं. जहां मुझे लगेगा की यहां गलती है तो मैं वो बात सरकार को जरूर बताऊंगा.
इंटरनेशनल बॉक्सर विजेंदर सिंह ने आजतक से खास बातचीत के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं कांग्रेस कर तकरीबन 4 साल तक रहा. बहुत सारी चीजें मैंने दिखी वहां रहकर, लेकिन मुझे लगा कि हमारी भारतीय जनता पार्टी सबसे अच्छी है. काम करने लायक है. जो हमारे प्रधानमंत्री की पहुंच काफी लोगों तक है. तो मुझे लगा कि स्पोर्ट्स में जो यूथ को परेशानियां आती हैं. उन्होंने दिशा दिखाने के मकसद से मैं बीजेपी में आया हूं.
पहलवानों पर आज क्या कहते हैं विजेंदर सिंह
पहलवानों के धरने से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जो पहलवानों की बात है. अगर उस बात को सही मायनों में रखा जाता या सही ढंग से पैरवी की जाती तो इतना मामला आगे नहीं बढ़ता. मैं उस वक्त भी सही था और आगे भी सही ही रहूंगा. मैंने पार्टी बदली, लेकिन मैं वहीं विजेंदर सिंह हूं. जहां मुझे लगेगा की यहां गलती है तो मैं वो बात सरकार को जरूर बताऊंगा.
किसान आंदोलन पर भी बोले विजेंदर सिंह
किसान आंदोलन से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उस वक्त जब किसानों ने आंदोलन किया तो मोदी सरकार ने अपने कानून को वापस ले लिया. मैं मानता हूं कि प्रधानमंत्री का फैसला सही था और उन्होंने जो कानून वापस लिए वो फैसला भी सही था.
'मैं देश सेवा करना चाहता हूं'
अचानक बीजेपी ज्वाइन करने की वजह के बारे में बताते हुए विजेंदर ने कहा कि देखिए मैं देश सेवा करना चाहता हूं और देशहित में काम करना चाहता हूं. मेरी कोई मांग नहीं है कि मैं किसी पार्टी से चुनाव लडूं. जहां तक हमारे खिलाड़ियों और यूथ का भला हो जाए वो ज्यादा अच्छा है.
क्या विजेंदर सिंह की विश्वनीयता पर नहीं उठेगा सवाल
रातों-रात कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने से क्या विजेंदर सिंह की विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठेंगे. इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जनता सब जानती है, अगर मैं कुछ गलत करूंगा तो जनता उसका फैसला खुद कर देगी. अगर अपनी विश्वसनीयता बनानी है तो जनता के बीच अच्छे काम करने होंगे. यहां तो लोकतंत्र है ये सारी चीजें चलती रहती हैं.
'PM मोदी से प्रभावित होकर ज्वाइन की बीजेपी'
BJP में आने के पीछे की वजह के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काम करने का तरीका काबिले तारीफ है. उनके जो काम करने का तरीका है वो 24 घंटे एक्टिव रहते हैं. अगर आपके पास कोई आइडिया है तो वो उसको सुनेंगे और अगर आइडिया पसंद आ गया तो उसपर आपको काम करने की पूरी आजादी देंगे. मैं पीएम से एक बार मिला भी हूं. वो दिन भर काम करते हैं, रैलियां करते हैं. उनके अंदर एक जोश है जो मुझे प्रेरित करता है.
'राहुल गांधी की परवरिश में है काफी फर्क'
राहुल गांधी जमीनी स्तर पर जो भारतीय लोगों का जीवन क्या वो उसको समझते हैं. इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि उनकी परवरिश में काफी अंतर में वो काफी अलग माहौल में बड़े हुए हैं. और मैं गांव का रहने वाला हूं. एक डाइवर का बेटा हूं, मेहनत की है तब जाकर यहां तक पहुंचा हूं, लेकिन वो संघर्ष उन्होंने (राहुल गांधी) ने देखा नहीं है. जबकि बीजेपी नेता संघर्ष को काफी करीब से देखते हैं. तभी वो लोगों यहां तक पहुंचे हैं.
बता दें कि कांग्रेस ने विजेंदर सिंह को उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन अब उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने इस सीट से युवा नेता मुकेश धनगर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं, बीजेपी ने इस सीट से दो बार की सांसद अभिनेत्री हेमा मालिनी पर एक बार फिर से भरोसा जताया है.