उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को दावा किया कि बिहार से सटे इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान उनका हेलीकॉप्टर रास्ता भटक गया. लोकसभा चुनाव के छठे चरण के प्रचार के अंतिम दिन भाजपा के कद्दावर नेता और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिहार के दो निर्वाचन क्षेत्रों में दो बैक-टू-बैक रैलियों को संबोधित किया.
उन्होंने राज्य के अपने दौरे का समापन पूर्वी चंपारण में एक रैली के साथ किया. उस समय प्रचार समाप्त होने में बस कुछ ही मिनट बाकी थे. यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं आज एक के बाद एक रैलियों को संबोधित कर रहा हूं. मैंने ओडिशा के पुरी में एक रैली से शुरुआत की और वहां से फिर एक और लोकसभा क्षेत्र में जाने के बाद मैं यहां आ रहा था कि हेलीकॉप्टर रास्ता भटककर दूसरे क्षेत्र में चला गया.'
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चंपारण में दो जगह करनी थी रैली
दरअसल, गुरुवार को भाजपा द्वारा जारी यात्रा कार्यक्रम के अनुसार सीएम योगी को पहले बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में रैली के लिए आना था और इसके बाद पश्चिम चंपारण में एक रैली के साथ अपनी यात्रा समाप्त करनी थी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका और सीएम योगी का हेलीकॉप्टर अपना रास्ता भटक गया और पहले पश्चिम चंपारण पहुंच गया जहां पूर्व राज्य भाजपा अध्यक्ष संजय जयसवाल लगातार चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं.
यूपी के सीएम को पश्चिम चंपारण में एक रैली के साथ अपना दौरा समाप्त करना था. गड़बड़ी के कारण पूर्वी चंपारण की रैली में डेढ़ घंटे से अधिक की देरी हुई, हालांकि आदित्यनाथ इस बात से खुश दिखे कि भीड़ उनका इंतजार कर रही थी.
योगी ने भोजपुरी शब्दों का भी किया इस्तेमाल
उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांसद राधा मोहन सिंह की ओर मुखातिब होते हुए कहा, "चुनाव के बाद कृपया इन सभी लोगों को अयोध्या धाम में दर्शन के लिए ले आएं. मैं उनका स्वागत करने के लिए वहां रहूंगा." आदित्यनाथ ने अपने भाषणों में स्थानीय बोली भोजपुरी के शब्दों का भी इस्तेमाल किया, जो कि गोरखपुर में भी बोली जाती है. उन्होंने दोनों राज्यों के बीच "1,000 से अधिक वर्षों से मौजूद घनिष्ठ संबंधों" का भी उल्लेख किया.
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