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Karnataka Lok Sabha Election 2024: कर्नाटक की निर्दलीय सांसद सुमलता अंबरीश थामेंगी BJP का दामन, चुनाव लड़ने को लेकर कही ये बात

सांसद ने कहा कि उनके कुछ समर्थक चाहते थे कि वह कांग्रेस में शामिल हो जाएं, लेकिन कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी को कभी भी सुमलता की ज़रूरत महसूस नहीं हुई. न पहले, न अब और न ही भविष्य में. इन शब्दों को सुनने के बाद कोई स्वाभिमानी व्यक्ति कांग्रेस में जाने की इच्छा कैसे कर सकता है.

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सुमलता अंबरीश (फाइल फोटो- Sumalatha Ambareesh X)
सुमलता अंबरीश (फाइल फोटो- Sumalatha Ambareesh X)

कर्नाटक के मांड्या की निर्दलीय सांसद सुमलता अंबरीश ने ऐलान किया कि वह बीजेपी में शामिल होंगी और आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए उम्मीदवार और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी को समर्थन देंगी. अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए 60 वर्षीय अभिनेत्री से नेता बनीं सुमलता अंबरीश ने कहा कि मैं मांड्या नहीं छोड़ूंगी और आने वाले दिनों में आप मुझे अपने लिए काम करते हुए देखेंगे. मैंने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है. साथ ही कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी.

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सुमलता अंबरीश ने 2019 के आम चुनाव में कुमारस्वामी के बेटे निखिल को हराकर बीजेपी के समर्थन से जीत हासिल की थी. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाली जेडीएस पिछले साल सितंबर में एनडीए में शामिल हुई थी. उन्होंने कहा कि वह एक स्वतंत्र सांसद थीं, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने मांड्या लोकसभा क्षेत्र को 4,000 करोड़ रुपये का अनुदान दिया. सुमलता ने जिले से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले हमेशा उन्हें विश्वास में लेने के लिए भाजपा नेताओं की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा कि बीजेपी को मेरी जरूरत है और मुझसे पार्टी न छोड़ने का अनुरोध किया, इसलिए मैं उनकी बात का सम्मान करूंगी.

सुमलता ने कहा कि भाजपा नेताओं ने उन्हें कहीं और से चुनाव लड़ने की पेशकश की, लेकिन उन्होंने इसे यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि वह जिले की 'बहू' होने के नाते मांड्या से ही चुनाव लड़ेंगी. हालांकि बाद में सुमलता ने कहा कि उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया, क्योंकि वह जिद पर अड़ी नहीं रहना चाहती थीं. उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि मांड्या में बीजेपी का विकास हो.

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सांसद ने कहा कि उनके कुछ समर्थक चाहते थे कि वह कांग्रेस में शामिल हो जाएं, लेकिन कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी को कभी भी सुमलता की ज़रूरत महसूस नहीं हुई.  न पहले, न अब और न ही भविष्य में. इन शब्दों को सुनने के बाद कोई स्वाभिमानी व्यक्ति कांग्रेस में जाने की इच्छा कैसे कर सकता है.

अपने भावनात्मक भाषण में सुमालता ने मांड्या के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बताया, क्योंकि उनके पति दिवंगत अंबरीश इसी जिले से थे और पिछले 5 साल में उन्होंने कई काम किए थे. सांसद के मुताबिक लोकसभा चुनाव कोई बच्चों का खेल नहीं है. एक महिला के तौर पर निर्दलीय सांसद के तौर पर चुनाव लड़ना और भी चुनौतीपूर्ण था. 
 

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