देश में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. राजनीतिक दल अपने-अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रहे हैं. हर पार्टी टिकट बंटवारे में महिलाओं की बराबर भागीदारी सुनिश्चित करने का दावा कर रही है. लेकिन लोकसभा सीटों के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कई सीटें ऐसी हैं जहां आज तक कभी कोई महिला नहीं जीती.
34 सीटों पर कभी कोई महिला नहीं जीती
देश की संसद में सबसे अधिक सांसद (80) उत्तर प्रदेश से चुनकर आते हैं. कहा भी जाता है कि 'दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है'. लेकिन उत्तर प्रदेश में 34 सीटें ऐसी हैं जहां आज तक कभी कोई महिला सांसद नहीं चुनी गई. इन सीटों पर जब भी कोई महिला उम्मीदवार खड़ी हुई उसे हार का सामना करना पड़ा. इन लोकसभा क्षेत्रों में महिलाओं के लिए जीत दर्ज करना बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है.
कौन सी हैं वे सीटें?
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 80 में से 34 सीटों पर कभी कोई महिला सांसद नहीं चुनी गई. यह आंकड़ा लगभग 42 फीसदी है. ये सीटें हैं- मुरादाबाद, आगरा, सहारनपुर, अमरोहा, बुलंदशहर, एटा, बागपत, गोरखपुर, बलिया, अकबरपुर, बस्ती, भदोही, देवरिया, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, गाजीपुर, घोसी, हमीरपुर, जालौन, जौनपुर, कौशांबी, कुशीनगर, मछली शहर, मुजफ्फरनगर, नगीना, रॉबर्ट्सगंज, सलेमपुर, श्रावस्ती, संत कबीर नगर, वाराणसी, डुमरियागंज.
ये वे सीटें हैं जहां पर कोई भी महिला सांसद अभी तक जीत हासिल नहीं कर पाई है. हालांकि कई बड़े राजनीतिक दलों ने कई बार महिला उम्मीदवारों को उतारा लेकिन इसके बावजूद कोई महिला जीत नहीं सकी.