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राजनाथ, राहुल गांधी, रोहिणी आचार्य... पांचवे चरण में दांव पर दिग्गजों की साख

Lok Sabha Chunav Phase 5 Voting 2024: लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में 49 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है. इस चरण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य समेत कई दिग्गजों की साख दांव पर है. 

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राजनाथ सिंह, रोहिणी आचार्य और राहुल गांधी
राजनाथ सिंह, रोहिणी आचार्य और राहुल गांधी

Lok Sabha Chunav Phase 5 Voting 2024: लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है. लोकसभा चुनाव के इस चरण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल, बृजभूषण शरण सिंह से लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य तक, कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है. इस चरण में कुल 695 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस चरण में इन दिग्गजों की सीट पर नजर होगी.

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राजनाथ सिंह

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व अध्यक्ष और मोदी कैबिनेट में मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ सीट से चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली लखनऊ सीट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी संसद पहुंचते रहे. राजनाथ सिंह 2019 में पहली बार लखनऊ से चुनाव मैदान में उतरे थे और इस बार भी पार्टी ने उन्हें इसी सीट से मैदान में उतारा है. राजनाथ के सामने बीजेपी का गढ़ बचाए रखने की चुनौती है.

राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 2004 से 2014 तक संसद में अमेठी सीट से चुनाव जीतते आए हैं. 2019 में राहुल को अमेठी से हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, तब वह केरल की वायनाड सीट से संसद पहुंचने में सफल रहे थे. राहुल इस बार भी वायनाड के साथ यूपी की एक सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस बार वह रायबरेली से चुनाव मैदान में हैं जहां से उनकी मां सोनिया गांधी संसद पहुंचती रही हैं. रायबरेली में राहुल का मुकाबला बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह से है. 2019 में सोनिया गांधी के खिलाफ भी बीजेपी से दिनेश ही उम्मीदवार थे.

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स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी 2019 में यूपी की अमेठी सीट से निर्वाचित हुई थीं. स्मृति ने तब कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकस्त दी थी. स्मृति इस बार भी अमेठी सीट से चुनाव मैदान में हैं. कांग्रेस ने इस बार गांधी परिवार के गढ़ में स्मृति के खिलाफ गैर गांधी उम्मीदवार उतारा है. ग्रैंड ओल्ड पार्टी ने अमेठी सीट से किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया है. किशोरी लाल रायबरेली से सांसद रहीं सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र प्रतिनिधि हुआ करते थे. 

श्रीकांत शिंदे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना के टिकट पर कल्याण सीट से संसद पहुंचे थे. 2019 में 2014 के मुकाबले श्रीकांत की जीत का अंतर बढ़ा लेकिन तब और अब के हालात अलग हैं. तब श्रीकांत अविभाजित शिवसेना के टिकट पर मैदान में थे. अब शिवसेना दो धड़ों में बंट चुकी है. नाम, निशान और शिवसेना की कमान श्रीकांत शिंदे के पिता एकनाथ शिंदे के हाथ में है. उद्धव ठाकरे ने शिवसेना (यूबीटी) नाम से अपनी पार्टी बनाई है.

रोहिणी आचार्य

लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य बिहार की सारण सीट से चुनाव मैदान में हैं. रोहिणी अपने पिता लालू को किडनी दान कर चर्चा में आई थीं. आरजेडी ने रोहिणी को लालू की कर्मभूमि रहे सारण से मैदान में उतारा है. सारण सीट से 2009 में लालू यादव जीते थे जबकि 2014 में राबड़ी देवी को यहां हार मिली थी. लालू और राबड़ी के बाद परिवार की तीसरी सदस्य रोहिणी का मुकाबला बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी से है.

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राजीव प्रताप रूडी

पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी बीजेपी के टिकट पर बिहार की सारण सीट से चुनाव मैदान में हैं. चार बार के सांसद रूडी जीत का पंजा लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं. रूडी का मुकाबला इस बार लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य से है. 

बृजभूषण शरण सिंह

बृजभूषण शरण सिंह 2009 से 2019 तक, कैसरगंज लोकसभा सीट से लगातार संसद पहुंचते रहे हैं. इस बार बीजेपी ने उनकी जगह उनके बेटे करन भूषण सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. डब्ल्यूएफआई चुनावों के समय भी बृजभूषण विवादों में रहे थे. बृजभूषण के सामने अपना गढ़ बचाने की चुनौती है.

पीयूष गोयल

मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को चुनाव मैदान में उतारा है. पीयूष गोयल राज्यसभा में नेता सदन भी हैं. केंद्रीय मंत्री पीयूष के सामने कांग्रेस के भूषण पाटिल और बसपा के रईस डॉक्टर की चुनौती है. इस सीट पर कुल 19 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें सात निर्दलीय हैं.

कौशल किशोर

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उत्तर प्रदेश की मोहनलालगंज सीट से केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी के टिकट पर 2014 और 2019 में इस सीट से चुनाव जीत चुके कौशल किशोर के सामने सपा के आरके चौधरी और बसपा के राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान की चुनौती है.

यह भी पढ़ें: यूपी की 14 सीटों पर वोटिंग जारी, ब्रजेश पाठक ने वोट डालकर किया 80 सीट जीतने का दावा

चिराग पासवान

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. 2019 के चुनाव में अविभाजित लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चिराग जमुई सीट से संसद पहुंचे थे. चिराग के पिता रामविलास पासवान की परंपरागत सीट रहे हाजीपुर से पशुपति पारस संसद पहुंचे थे. एलजेपी के दो धड़े में बंटने के बाद चिराग लगातार हाजीपुर सीट पर दावा कर रहे थे. एनडीए की सीट शेयरिंग में यह सीट चिराग के हिस्से आई और वह इस सीट से खुद मैदान में हैं. 

साध्वी निरंजन ज्योति

केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति यूपी की फतेहपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार मैदान में हैं. साध्वी के सामने सपा ने नरेश उत्तम पटेल को मैदान में उतारा है. इस सीट से बसपा ने मनीष कुमार सचान पर दांव लगाया है.

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उमर अब्दुल्ला

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बारामूला लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. जम्मू कश्मीर राज्य पुनर्गठन और अनुच्छेद 370 हटने के बाद हो रहे पहले लोकसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर मैदान में उतरे उमर अब्दुल्ला का मुकाबला पैंथर पार्टी के पीरजादा मुदासिर रशीद शाह और पीडीपी के मीर मोहम्मद फयाज से है. पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से सज्जाद गनी लोन उम्मीदवार हैं.

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भानु प्रताप वर्मा

केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा बीजेपी के टिकट पर यूपी की जालौन लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. भानु प्रताप के सामने सपा ने नारायण दास अहिरवार और बसपा ने सुरेश चंद्र गौतम को टिकट दिया है. 

किस राज्य की कितनी सीटों पर वोटिंग

पांचवे चरण में कुल 49 सीटों के लिए मतदान हो रहा है. इसमें सबसे अधिक 14 सीटें उत्तर प्रदेश की हैं. महाराष्ट्र की 13, पश्चिम बंगाल की सात, बिहार की पांच, ओडिशा की पांच, झारखंड की तीन और केंद्र शासित जम्मू कश्मीर, लद्दाख की एक-एक सीट के लिए वोट डाले जा रहे हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक इस चरण में मतदान संपन्न कराने के लिए 9 लाख 47 हजार कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया गया है. पांचवें चरण में कुल 8 करोड़ 95 लाख से ज्यादा मतदाता 695 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद करेंगे.

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