जेडीयू ने रविवार को अपने 16 उम्मीदवारों की सूची जारी करते ही शिवहर से लवली आनंद के नाम पर मुहर लगा दी. इससे लवली आनंद की दावेदारी को लेकर चल रही कयासबाजियों पर विराम लग गया है. लवली आनंद पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी हैं. उन्होंने 1994 में वैशाली लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा की पत्नी किशोरी सिन्हा को हरा कर अपने सियासी जीवन की शुरुआत की थी.
अभी हाल में ही लवली आनंद ने आरजेडी का साथ छोड़ जनता दल यूनाइटेड का दामन थामा है. इसके साथ ही इन्हें शिवहर लोकसभा सीट से जेडीयू ने टिकट दे दिया. जैसे ही शिवहर सीट एनडीए में सीट शेयरिंग फर्मूले पर जेडीयू के खाते में गई. पार्टी ने यहां से लवली आनंद को टिकट दे दिया. शिवहर से अभी बीजेपी की रमा देवी सांसद हैं. ऐसे में रमा देवी का टिकट कट चुका है.
किशोरी सिन्हा को हराकर बनीं थी एमपी
57 वर्षीय लवली आनंद पूर्व सांसद होने के साथ ही दो बार विधायक भी रह चुकी हैं. उन्होंने पहली बार अपने पति आनंद मोहन की मदद से बिहार पिपुल्स पार्टी की टिकट पर वैशाली से चुनाव लड़ा था. यहां से सांसद रही पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा की पत्नी किशोरी सिन्हा को मात देकर लोकसभा पहुंची थी. बताया जाता है कि किशोरी सिन्हा लवली आनंद की रिश्तेदार हैं.
जेडीयू से पहले भी कई पार्टियों की रह चुकी है सदस्य
लवली आनंद आरजेडी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और समता पार्टी में भी रह चुकी हैं. उनके बाहुबली पति आनंद मोहन पिछले साल ही गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के आरोप में 15 साल जेल में रहने के बाद रिहा हुए हैं. इसके लिए आनंद मोहन ने उस समय खुलकर नीतीश कुमार का आभार जताया था.
मां-बेटे दोनों अब एनडीए में
वहीं लवली आनंद के बेटे चेतन आनंद जो आरजेडी के विधायक थे, उन्होंने जब जेडीयू और आरजेडी की राह अलग हो गई, तो एनडीए ज्वाइन कर लिया.चेतन ने अपना ट्रस्ट वोट भी नीतीश कुमार के पक्ष में ही दिया था. इसके साथ ही आरजेडी में शामिल आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद नीतीश कुमार की जेडीयू में शामिल हो गई.
मौजूदा सांसद का टिकट काट जेडीयू ने देवेश चंद्र ठाकुर को दिया मौका
वहीं जेडीयू ने सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर को टिकट दिया है, जो पहली बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाने वाले हैं. जेडीयू ने अपने सीटिंग एमपी सुनील कुमार पिंटू का टिकट काटकर देवेश चंद्र ठाकुर पर दाव लगाया है.देवेंश चंद्र ठाकुर इससे पहले चार बार बिहार विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं और अभी विधान परिषद के सभापति हैं.