Loksabha Election 2024: उजियारपुर संसदीय सीट बिहार में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यहां से बीजेपी से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानन्द राय प्रत्याशी हैं. नित्यानंद राय ही उजियारपुर के मौजूदा सांसद भी हैं.वही इंडिया गठबंधन से राजद ने आलोक कुमार मेहता को उम्मीदवार बनाया है. वहीं राजद के बागी नेता अमरेश राय ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. ऐसे में इस बार यहां दिलचस्प मुकाबला होने के आसार दिख रहें है.
उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में चौथे चरण में चुनाव होने वाला है. यहां दोनों गठबंधन के प्रत्याशी जीत का दावा करते हुए जोर-शोर से जनसंपर्क अभियान में लगे हुए हैं. बता दें कि इस क्षेत्र का अनुमानित क्षेत्रफल लगभग 600 वर्ग मील है. यहां यादव जाति का दबदबा ज्यादा है, जो चुनाव में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं. यह निर्वाचन क्षेत्र 2008 में बना है.
यादव बहुल सीट माना जाता है उजियारपुर
उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र इसलिए भी जाना जाने लगा है क्योंकि यहां के सांसद गृह राज्यमंत्री है. इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण विद्यापति धाम और खुदनेश्वर स्थान है. 2014 और 2019 में लगातार भाजपा से नित्यानंद राय ने जीत दर्ज की है. इस बार के चुनाव में यादव जाति से आने वाले राजद के बागी नेता अमरेश राय ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने की घोषणा की है. ऐसे में यादव के वोट में सेंधमारी से इंडिया गठबंधन या एनडीए को नुकसान पहुंचता है ये तो मतदान के बाद पता चल पाएगा.
एक यादव और दूसरे कुशवाहा प्रत्याशी
एक ओर जहां नित्यानंद राय यादव जाति से आते हैं. वहीं आलोक कुमार मेहता कुशवाहा जाति से आते हैं. इसलिए इस लोकसभा क्षेत्र के जातीय समीकरण को भी समझना आवश्यक होगा. यहां कुल मतदाताओं की संख्या 16 लाख के करीब हैं. इसमें कुल 6 विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं. इसके तहत वैशाली जिले का पातेपुर विधानसभा क्षेत्र भी शामिल है.
ये है उजियारपुर का जातीय समीकरण
अब बात करते है जातीय समीकरण की कुछ राजनीति के जानकारों के अनुसार उजियारपुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा 15.29% यादव जाति के वोटरों की संख्या हैं. वहीं मुसलमान 9.26%, ब्राह्मण 6.78, राजपूत 4.41%, भूमिहार 3.06%, कोइरी 8.09% , कुर्मी 4.46% , मल्लाह 4.46% , बनिया 2.28% , रविदास 5.78% , पासवान 9.05% और मुसहर जाति का 2.01% है.