लोकसभा चुनाव परिणाम के रुझानों में इंडिया ब्लॉक 231 और एनडीए गठबंधन को 294 सीटें मिलती दिख रही हैं. इंडिया ब्लॉक में शामिल कांग्रेस 98 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, कांग्रेस की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये जनादेश पीएम मोदी के खिलाफ है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि इंडिया ब्लॉक और कांग्रेस ने ये चुनाव सिर्फ एक राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं लड़ा, बल्कि ये चुनाव हमने बीजेपी, सभी संस्थाओं, सीबीआई, ईडी के खिलाफ लड़ा. क्योंकि इन संस्थाओं को मोदी सरकार ने कैप्चर कर लिया था. उन्होंने कहा कि ये लड़ाई संविधान को बचाने की थी. जब बीजेपी ने हमारे बैंक अकाउंट सीज किए, मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला, पार्टियां तोड़ीं तभी से मेरे दिमाग में था कि देश की जनता अपने संविधान के लिए एकसाथ खड़ी होगी. ये सोच सही साबित हुई.
राहुल गांधी ने कहा कि देश की जनता ने संविधान को बचाने का सबसे बड़ा और पहला कदम उठाया है. कांग्रेस ने इस चुनाव में हमने इंडिया ब्लॉक के पार्टनर की रेस्पेक्ट की. उन्हें साथ लिया. जहां भी गठबंधन लड़ा हम साथ होकर लड़े. कांग्रेस ने देश को नया विजन दे दिया है.
सरकार बनाएंगे या विपक्ष में रहेंगे?
नतीजों के बाद सरकार बनाएंगे या विपक्ष में बैठेंगे, इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि इसे लेकर कल फैसला लिया जाएगा. हमारा गठबंधन कल ही इस पर फैसला लेगा. जो भी इंडिया गठबंधन फैसला लेगा, हम उस पर फैसला लेंगे राहुल गांधी ने कहा कि.देश ने पीएम मोदी से कह दिया है कि हम आपको नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि संविधान बचाने का काम देश के सबसे गरीब लोगों ने किया है. मजदूरों, किसानों, दलितों, आदिवासियों औऱ पिछड़ों ने संविधान बचाया है.
वायनाड या रायबरेली में से किस पार्टी को छोड़ेंगे राहुल?
राहुल गांधी ने दो सीटों वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ा था. उन्होंने दोनों ही सीटों पर जीत हासिल की है. लेकिन वह किस सीट को छोड़ेंगे इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि दोनों सीटों के वोटर्स का दिल से धन्यावाद करना चाहूंगा. हालांकि मैंने इस पर अभी फैसला नहीं लिया है कि किस सीट को छोड़ूंगा. इसे लेकर थोड़ी चर्चा करूंगा. इसके बाद फैसला लूंगा.
खड़गे बोले- ये जनता और लोकतंत्र की जीत
खड़गे ने कहा कि यह जनता का फैसला है और जनता और लोकतंत्र की जीत है.हम कहते रहे हैं कि यह लड़ाई जनता और मोदी के बीच है. हम विनम्रतापूर्वक जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं. खड़गे ने कहा कि मतदाताओं ने किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया है. खासकर भाजपा को. जिसने एक व्यक्ति, एक चेहरे के आधार पर वोट मांगे. उन्होंने कहा कि यह उनकी (भाजपा की) राजनीतिक और नैतिक हार है.