समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सीतापुर जेल में बंद आजम खान से मुलाकात की. लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश और आजम की इस मुलाकात के बाद सियासी गर्मी बढ़ गई. बताया जा रहा है दोनों नेताओं के बीच रामपुर सीट को लेकर चर्चा हुई. सपा ने उपचुनाव में रामपुर की लोकसभा सीट गंवा दी थी.
इस मुलाकात के बाद अखिलेश यादव रामपुर लोकसभा सीट से टिकट की घोषणा भी कर सकते हैं. हालांकि इस सीट से किसे उतारा जाएगा, इस पर अटकलें लगाई जा रही हैं. सूत्रों की मानें तो आजम खान ने अखिलेश यादव से रामपुर से चुनाव लड़ने का आग्रह किया है. अगर अखिलेश लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो अब उनके पास कन्नौज के साथ-साथ रामपुर का भी विकल्प है.
2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने आजम खान को टिकट दी थी. आजम खान इस चुनाव में जीतकर संसद पहुंचे थे, लेकिन 2022 के यूपी विधानसभा में जीतने के बाद उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि उसके बाद जब उपचुनाव हुए तो रामपुर सीट सपा ने गंवा दी और उस पर बीजेपी का कब्जा हो गया, लेकिन अब अखिलेश यादव फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं और इसीलिए रामपुर से प्रत्याशी की घोषणा से पहले उन्होंने आजम खान से मुलाकात की है.
रामपुर से लड़ने के लगने लगे कयास
आजम खान से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव के रामपुर से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि अखिलेश ने अभी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है. उनके लोक सभा चुनाव लड़ने या ना लड़ने को लेकर भी पार्टी में विचार किया जा रहा है. इससे पहले कहा जा रहा था कि उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना लिया है और वो अपनी पुरानी सीट कन्नौज से ही चुनाव लड़ेंगे.
अबतक 44 प्रत्याशियों का ऐलान
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है, जिसके तहत कांग्रेस को 17 सीटें दी गई हैं. इसके अलावा एक चंदौली सीट टीएमसी के लिए छोड़ी है. बची हुई सीटों पर सपा लगातार अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रही है. अबतक सपा ने 44 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, जिसमें बदायूं से शिवपाल यादव, मैनपुरी से डिंपल यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव, घोसी से राजीव राय, इटावा से जितेंद्र दोहरे और संभल से शफीकुर रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क को टिकट दिया है.