हैदराबाद लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार माधवी लता को गृह मंत्रालय ने Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी है. वह असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. गृह मंत्रालय ने आईबी की थ्रेट रिपोर्ट का आधार पर बीजेपी उम्मीदवार माधवी को सुरक्षा दी है.
वाई-प्लस कैटेगरी में आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं, जिसमें पांच पुलिस के स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घर और आसपास रहते हैं. साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में संबंधित वीआईपी को सुरक्षा देते हैं.
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कौन हैं माधवी लता?
माधवी लता हाल ही में सुर्खियों में तब आईं जब बीजेपी ने उन्हें असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद से बीजेपी का उम्मीदवार बनाया. उन्हें कट्टर हिंदुत्व का चेहरा माना जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनकी सराहना कर चुके हैं.
हैदराबाद सीट का इतिहास
हैदराबादा एआईएमआईएम का गढ़ माना जाता है, जहां 1984 से ओवैसी परिवार का कब्जा है. असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन पहली बार इस सीट से 1984 में लोकसभा का चुनाव जीते थे. वह 20 साल तक इस सीट से सांसद रहे. इसके बाद इस सीट का नेतृत्व असदुद्दीन ओवैसी कर रहे हैं, जिनको इस लोकसभा चुनाव में माधवी लता टक्कर देंगी.
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हिंदुत्व समर्थक के रूप में मशहूर
कहा जाता है कि असदुद्दीन ओवैसी को उनके गढ़ से हराना मुश्किल है और इसलिए बीजेपी इस बार हिंदुत्व के चेहरे के रूप में उन्हें खोज कर लाई है. माधवी लता पेशे से एक डॉक्टर हैं और विरिंची नाम का एक अस्पताल भी चलाती हैं. वह सोशल मीडिया पर अपने हिंदुत्व समर्थक रुख के लिए चर्चा में बनी रहती हैं. माधवी लता एक भरतनाट्यम नर्तकी भी हैं.
तीन तलाक पर बयान के बाद चर्चा में आईं
माधवी लता का कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है और वह असदुद्दीन ओवैसी की तरह किसी राजनीतिक परिवार से ताल्लुक नहीं रखती हैं. वह हिंदुत्व की एक समर्थक हैं और तीन तलाक पर अपने बयानों के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा में आई थीं. बताया जाता है कि उन्होंने तीन तलाक को खत्म करने के लिए मुस्लिम महिलाओं के समूह के साथ सहयोग किया था.