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NDA के इस सहयोगी ने अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ने से क्यों किया इनकार?

NPP के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने कहा कि पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा कि NPP अरुणाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी और NDA का समर्थन करेगी.

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कॉनराड के संगमा-फाइल फोटो
कॉनराड के संगमा-फाइल फोटो

लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो गया है. अरुणाचल प्रदेश में 19 अप्रैल को लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. इस बीच, प्रदेश में NDA की सहयोगी रही नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने राज्य में दो लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, NDA में भागीदार होने के नाते, NPP राष्ट्रीय समिति ने अरुणाचल प्रदेश में एनडीए उम्मीदवारों का समर्थन करने का फैसला किया है और अपनी राज्य समिति को NDA उम्मीदवारों को समर्थन देने का निर्देश दिया है.

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यह भी पढ़ें: Arunachal Pradesh Elections Date: अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के लिए 19 अप्रैल को डाले जाएंगे वोट, एक ही चरण में होगी वोटिंग

NPP के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने कहा कि पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा कि NPP अरुणाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी और NDA का समर्थन करेगी.

CM हिमंत बिस्वा सरमा ने की NPP की तारीफ
NPP की राष्ट्रीय समिति ने राज्य समिति को आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए के दो उम्मीदवारों किरेन रिजिजू और टपर गाओ को अपना समर्थन देने का निर्देश दिया. NPP के अरुणाचल प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ने के फैसले पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री की प्रशंसा की है.

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चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं है NPP 
NPP अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव से दूर रहने का कारण एनडीए की एकजुटता बता रही है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों की राय है कि पार्टी लोकसभा चुनाव में लड़ाई लड़ने की स्थिति में नहीं है. राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष मुच्चू मिथी सहित दो मौजूदा विधायकों ने पिछले महीने इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए.

अरुणाचल प्रदेश में NPP के कार्यकारी अध्यक्ष लिखा साया ने भी पिछले साल दिसंबर में पार्टी की प्राथमिक और सक्रिय सदस्यता दोनों से अपना इस्तीफा दे दिया था.

60 सीटों के लिए एक ही चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग
राज्य की सभी 60 सीटों और लोकसभा की दो सीटों के लिए एक ही चरण में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे और मतों की गिनती 4 जून को होगी. भाजपा ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश की सभी 60 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है. पार्टी ने इस बार 16 नए चेहरों को मौका दिया है, जबकि तीन मौजूदा मंत्रियों के टिकट काट दिए हैं. मुख्यमंत्री पेमा खांडू मुक्तो सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जिसका वह वर्तमान सदन में प्रतिनिधित्व करते हैं.

2019 में बीजेपी को मिली थी शानदार जीत
अप्रैल 2019 में हुए, 2019 के अरुणाचल प्रदेश विधान सभा चुनावों में BJP ने 41 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी और 29 मई, 2019 को पेमा खांडू ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया था. अरुणाचल में 60 सदस्यीय निर्वाचन क्षेत्र होने के बावजूद, विधानसभा चुनाव 57 सीटों के लिए कराए गए, क्योंकि भाजपा के तीन उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध घोषित किए जा चुके थे. शेष सीटें जनता दल (यूनाइटेड) ने सात सीटें, कांग्रेस पार्टी ने चार, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने पांच, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) ने एक सीट और निर्दलीय ने दो सीटें जीतकर हासिल की थी.

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