प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आजतक से हुई खास बातचीत में महत्वपूर्ण सवालों के बेबाक जवाब दिए. उन्होंने कश्मीर, महिला आरक्षण, विपक्ष के नैरेटिव के साथ-साथ विश्व में बदली देश की स्थिति के बारे में बात की. वहीं इस बीच जब सिख समुदाय को लेकर बात हुई तो उन्होंने कहा कि 'मैं सालों तक पंजाब में रहा हूं. और इमरजेंसी में मैं सिख के ही वेश में रहा करता था.'
बता दें कि, इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल, मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप, मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह और कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी ने गुरुवार को PM मोदी से देश के तमाम मुद्दों पर बात की.
इस दौरान पीएम मोदी ने पंजाब को लेकर भी बात की. उनसे पूछा गया कि, पंजाब में उनकी लोकप्रियता बाकी देश के मुकाबले थोड़ी कम है. सिख समुदाय में कई लोग उनको शक की नजर से देखते हैं. इस दूरी को कम करने में क्या वो कामयाब हो पाएंगे?
जवाब में पीएम मोदी ने कहा, 'अच्छा होगा कि अगर आप एनालिसिस करें कि सिख समाज के मुख्य मुद्दे क्या रहे हैं और किस सरकार ने उन मुद्दों को कैसे हल किया है. लिस्ट निकालिए बाहर, फिर आप 100 में से 100 नंबर मुझे दे देंगे. हो सकता है कि मैं उन तक नहीं पहुंच पाया, लेकिन पंजाब में तो मैं काम कर चुका हूं. मैं सालों तक पंजाब में रहा हूं और इमरजेंसी में मैं सिख वेश में ही रहा करता था. मैं सहज रूप से दिल्ली में रहने के दौरान कभी कभी लंगर खाने जाता था. इसलिए नहीं कि मुफ्त का मिलता है, एक श्रद्धा थी.
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पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज भी मानता हूं कि इस समाज ने बहुत बड़ा योगदान किया है देश के लिए. यह दुर्भाग्य है कि पंजाब में ड्रग्स बहुत फैल गया है, वर्ना वह अनुशासित जीवन जीने वाला समाज है. हम गर्व करें ऐसा समाज है.
सवालों के सिलसिले में रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच जारी लड़ाई का जिक्र करते हुए पीएम मोदी से पूछा गया कि, अभी भारत 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया है. अगले 5 साल में आप वैश्विक स्तर पर भारत का क्या रोल देखते हैं? इस पर पीएम मोदी ने कुछ वाकयों के बारे में बताते हुए कहा कि, 'अब तक हम सोचते थे कि इससे हम इतने दूर हैं. उससे उतने दूर हैं. डिप्लोमेटिक भाषा में ऐसा चलता था. हम बराबर दूरी बनाए रखते थे. मेरी भाषा थी कि हम कितने निकट हैं? इससे दुनिया में स्पर्धा की शुरुआत हुई. सब लोगों में निकट आने की प्रतिस्पर्धा चल रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि अब कल ईरान में बहुत बड़ा निर्णय हुआ है. यह हिंदुस्तान के अखबारों की हेडलाइन न्यूज है. मेरे मिनिस्टर चाहबहार ईरान में थे. चाहबहार पोर्ट का फाइनल अग्रीमेंट हुआ है, सेंट्रल एशिया से जुड़ा हुआ यह बहुत बड़ा काम हुआ है. पीएम मोदी ने कहा कि, इन सारी लड़ाइयों के बीच में हमारा अग्रीमेंट हो जाता है. दूसरी बात ये है कि हम किसी तीसरे के आधार पर अपना निर्णय नहीं करेंगे. हम निर्णय हमारे लिए करेंगे. फलाने को बुरा लगेगा तो? इससे बात करेंगे तो? जी नहीं. मैं सबसे बात करूंगा.
पीएम मोदी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन अगर मेरी भरपूर तारीफ करते हैं, इसका मतलब ये नहीं कि मैं राष्ट्रपति पुतिन को मिलकर यह नहीं कह सकता कि दिस इज नॉट टाइम फॉर वॉर. वो भी सम्मान करेंगे कि चलिए कोई मित्र है जो यह बताता है कि क्या सही है, क्या गलत है. यूक्रेन को भी मुझ पर इतना ही भरोसा है. मुझ पर यानी भारत पर.