ओडिशा में बीजेपी को बड़ा फायदा हुआ है. पार्टी ने राज्य की कुल 21 सीटों में से 20 सीटें जीतकर लोकसभा चुनावों में बड़ी जीत दर्ज की. कांग्रेस उम्मीदवार सप्तगिरि उलाका ने कोरापुट लोकसभा सीट पर जीत हासिल की. वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पुरी लोकसभा सीट जीती. पात्रा ने बीजेडी उम्मीदवार को 104709 वोटों से हराया.
एक्स पर एक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, "धन्यवाद ओडिशा! यह सुशासन और ओडिशा की अनूठी संस्कृति का जश्न मनाने की एक शानदार जीत है. भाजपा लोगों के सपनों को पूरा करने और ओडिशा को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. "
मोदी ने कहा कि उन्हें ओडिशा चुनावों में उनके प्रयासों के लिए बीपी के सभी मेहनती कार्यकर्ताओं पर बहुत गर्व है.
केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार धर्मेंद्र प्रधान ने संबलपुर लोकसभा सीट 1,19,836 मतों के अंतर से जीती, जबकि पार्टी उम्मीदवार मालविका देवी ने कालाहांडी लोकसभा सीट 1,33,813 मतों के अंतर से जीती.
भाजपा उम्मीदवार सुकांत कुमार पाणिग्रही ने कंधमाल सीट 21,371 वोटों से जीती, जबकि बुभु प्रसाद तराई ने जगतसिंहपुर लोकसभा सीट 40,696 वोटों से जीती. पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने सुंदरगढ़ सीट से 1,38,808 वोटों से जीत दर्ज की.
भाजपा के भर्तृहरि महताब, अपराजिता सारंगी, प्रदीप पुरोहित और अनंत नायक ने भी क्रमशः कटक, भुवनेश्वर, बारागढ़ और क्योंझर लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की. महताब ने कटक सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजद के संतरूप मिश्रा को 57,077 वोटों से हराया.
सारंगी ने बीजद के मन्मथ कुमार राउत्रा को 35,152 वोटों से हराकर भुवनेश्वर सीट बरकरार रखी. चुनाव जीतने वाले अन्य भाजपा लोकसभा उम्मीदवार हैं- नव चरण माझी (मयूरभंज), पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी (बालासोर), अविमन्यु सेठी (भद्रक), रुद्र नारायण पाणि (ढेंकनाल), मालविका देवी (कालाहांडी), बलभद्र माझी (नबरंगपुर), भाजपा उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा (केंद्रपाड़ा) और बिभु प्रसाद तराई (जगतसिंहपुर).
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजद ने 12 सीटें जीती थीं, भाजपा को 8 और कांग्रेस को एक सीट मिली थी.