
समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए 6 और उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. पार्टी ने मिश्रिख सीट से पार्टी उम्मीदवार को बदल लिया है और वहां से पहले पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी को कैंडिडेट घोषित किया था लेकिन अब उनकी जगह मनोज कुमार राजवंशी को टिकट दे दिया गया है. इसके अलावा आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया गया है.
पार्टी ने गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) से डॉ. महेंद्र नागर को टिकट दिया है. इसके अलावा सुल्तानपुर से भीम निषाद, इटावा से जितेंद्र दोहरे और जालौन से नारायण दास अहिरवार को टिकट दिया है. इटावा सीट इस समय भाजपा के कब्जे में है और रामशंकर कठेरिया यहां से सांसद हैं जिन्हें भाजपा ने एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है. 2019 में कठेरिया ने सपा के कमलेश कुमार को 50 हजार से अधिक वोटों से हराया था.
आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव को फिर से टिकट
आजमगढ़ से पिछली बार अखिलेश यादव ने खुद चुनाव लड़ा था और बीजेपी के दिनेश लाल निरहुआ को शिकस्त दी थी. बाद में अखिलेश ने करहल से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद लोकसभा सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया था.इसके बाद यहां हुआ उपचुनाव में सपा ने धर्मेंद्र यादव को तो बीजेपी ने निरहुआ को टिकट दिया. निरहुआ ने 8 हजार मतों के अंतर से यह चुनाव जीता था.
नोएडा से महेंद्र नागर को उतारा मैदान में
पार्टी की इस लिस्ट में गौतमबुद्ध नगर से डॉ. महेंद्र नागर को टिकट दिया गया है. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के तहत यह सीट बसपा के खाते में गई थी और उन्हें बीजेपी के महेश शर्मा के हाथों करारी शिकस्त मिली थी. बीएसपी उम्मीदवार सतवीर को डॉ. महेश शर्मा ने 3 लाख 30 वोटों से भी ज्यादा अंतर से हराया था.
सपा ने सुल्तानपुर सीट से इस बार भीम निषाद को टिकट दिया है. बीजेपी ने अभी तक इस सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. मेनका गांधी यहां से सांसद हैं. पिछली बार उन्होंने सपा-बसपा के गठबंधन उम्मीदवार को नजदीकी मुकाबले में शिकस्त दी थी.