लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने पार्टी के बड़े नेता संजय निरुपम के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया था. संजय निरुपम के खिलाफ ये एक्शन पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण लिया गया था. कांग्रेस से निकाले जाने के एक दिन बाद पूर्व सांसद संजय निरुपम ने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर निशाना साधा और दावा किया कि पार्टी नेतृत्व में जबरदस्त अहंकार है. संजय निरुपम ने इस्तीफा दे दिया है, इसके साथ ही अटकलों का बाजार गर्म हो गया है कि संजय का अगला कदम क्या होगा. एकनाथ शिंदे की शिवसेना या बीजेपी... वह किस तरफ जाएंगे.
किस सीट पर दावा ठोक रहे हैं निरुपम?
संजय ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शुरुआत 'जय श्री राम' से की. संजय निरुपम ने एक बेहद अहम लाइन भी कही, जिसने सबका ध्यान खींचा. निरुपम ने कहा कि हमारे देश में सोने के दाम और पीएम मोदी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. संजय निरुपम ने ये भी कहा कि वह चुनाव लड़ेंगे और मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि वह स्वतंत्र रूप से नहीं, बल्कि पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे.
शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रहे संजय
संजय निरुपम ने कहा कि फिलहाल मुहूर्त सही नहीं है, इसलिए वह नवरात्रि का इंतजार कर रहे हैं जब वह अपनी भविष्य की योजनाओं की घोषणा करेंगे. निरुपम की नजर मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर है. निरुपम ने कांग्रेस छोड़ दी है और इसलिए उनके एमवीए में जाने की कोई संभावना नहीं है. अब महायुति में तीन पार्टियां हैं, बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी. सीट शेयरिंग फॉर्मूले में मुंबई की नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट सीएम एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के पास है.
'कांग्रेस जंग खा चुकी है, पार्टी नेतृत्व में जबरदस्त अहंकार'
संजय निरुपम ने दावा किया कि कांग्रेस अब इतिहास बन गई है, उसका कोई भविष्य नहीं है और महाविकास अघाड़ी तीन "बीमार इकाइयों" का विलय है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में 5 पावर सेंटर हैं. सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ऐसे लोगों से घिरे हुए हैं जिनका जमीनी स्तर से कोई जुड़ाव नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी नेतृत्व पुराना और बेकार हो गया है. निरुपम ने महाराष्ट्र पार्टी अध्यक्ष नाना पटोले और वेणुगोपाल पर निशाना साधते हुए दावा किया कि कांग्रेस अब जंग खा चुकी है, पार्टी नेतृत्व में जबरदस्त अहंकार है.
उद्धव ने मुंबई उत्तर पश्चिम सीट पर उतारा कैंडिडेट
सूत्रों के मुताबिक शिंदे की शिवसेना अभी भी इस सीट से उम्मीदवार की तलाश कर रही है. उद्धव ठाकरे ने पहले ही इस सीट से अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार घोषित कर दिया है. उद्धव गुट के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए शिवसेना को मजबूत उम्मीदवार की जरूरत है. वहीं, मुंबई उत्तर पश्चिम सीट मराठी मतदाताओं का मजबूत आधार है. निरुपम मजबूत उत्तर भारतीय चेहरा हैं. हालांकि क्षेत्र में उनकी अच्छी खासी लोकप्रियता भी है.
बीजेपी नेताओं ने किया संजय का विरोध
निरुपम के कांग्रेस छोड़ने के बाद भी भाजपा के कुछ लोगों ने पहले ही विरोध करते हुए कहा था कि निरुपम को महायुति में नहीं लिया जाना चाहिए. कुछ बीजेपी नेताओं ने तो ट्वीट भी किया और सीएम एकनाथ शिंदे को टैग भी किया.मीडिया से बात करने के दौरान संजय निरुपम के समर्थक जय श्री राम के नारे लगाते रहे. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि संजय निरुपम, एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना में शामिल हो सकते हैं और शिवसेना से चुनाव लड़ सकते हैं. गौर करने वाली बात ये भी है कि 12 मार्च को संजय निरुपम ने सीएम एकनाथ शिंदे और अशोक चव्हाण से लंबी मुलाकात की थी. ये बैठक तीन घंटे तक चली.